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बेंगलुरु में बाबाजान ने तीन शादियां कीं, नौ बच्चों का पिता बना और खर्चे उठाने के लिए चोरी करने लगा. उसने अपने नाबालिग बेटे को भी इसमें शामिल किया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.

तीन बीवियां, नौ बच्चे और चोरी का धंधा (image credit-canva)
हाइलाइट्स
- तीन बीवियां, नौ बच्चे और चोरी का धंधा
- महिला के घर से उड़ाए 4.6 लाख
- नाबालिग बेटे को बनाया साथी
बेंगलुरु: बेंगलुरु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने तीन शादियां कीं, नौ बच्चों का पिता बना और फिर इन सबकी जिम्मेदारी उठाने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रख दिया. 35 साल के बाबाजान का कोई स्थायी रोजगार नहीं था, लेकिन खर्चे दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे थे. ऐसे में उसने चोरी को पेशा बना लिया. लेकिन हैरानी की बात ये रही कि उसने अपने नाबालिग बेटे को भी इस अंधे रास्ते का साथी बना लिया.
इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी पुलिस ने हाल ही में इस पिता-पुत्र की जोड़ी को गिरफ्तार कर लिया. इन पर बेंगलुरु के बेट्टादासनपुरा इलाके में 56 वर्षीय रोजम्मा के घर में 4.6 लाख रुपये की चोरी करने का आरोप है. घटना 7 मई को उस समय हुई जब रोजम्मा कपड़े सुखाने छत पर गई थीं और घर का दरवाजा खुला छोड़ दिया था.
अलग-अलग शहर में रहती थीं बीवी
पुलिस ने बताया कि बाबाजान पिछले आठ सालों से चोरी और जेल के बीच की जिंदगी जी रहा है. उसकी तीनों पत्नियां अलग-अलग शहरों श्रीरंगपटना, अनेकल और चिकबल्लापुर में रहती हैं. वह अपनी सुविधा और मर्जी के हिसाब से किसी भी बीवी के पास चला जाता था. नौ बच्चों की जिम्मेदारी उठाने के लिए उसने घरों में सेंधमारी शुरू की.
नाबालिग बेटे को बनाया साथी
चोरी का उसका तरीका भी बेहद चालाक था. वह पहले ऐसे घरों की तलाश करता जहां महिलाएं अकेली रहती हों या कुछ समय के लिए छत या पड़ोस में जाती हों. जैसे ही उसे मौका मिलता, वह अपने बेटे को इशारा करता और लड़का घर में घुसकर कीमती सामान लेकर भाग जाता. रोजम्मा के घर में हुई चोरी के दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ. बाबाजान ने अपने बेटे को टारगेट घर के पास उतारा और जैसे ही रोजम्मा छत पर गईं, बेटे को इशारा किया. लड़का अंदर घुसा, अलमारी खंगाली और 20 मिनट में सोना, चांदी और नकदी लेकर गायब हो गया.
लेकिन 13 मई को पुलिस इंस्पेक्टर नवीन जीएम की टीम ने CCTV फुटेज की मदद से बाबाजान को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने कई और वारदातों में बेटे का शामिल होना भी कबूल किया. चौंकाने वाली बात ये भी सामने आई कि बाबाजान ने जानबूझकर नाबालिग बेटे को इस काम में शामिल किया था, क्योंकि उसे पता था कि नाबालिग होने के चलते उसे कठोर सजा नहीं होगी और जेल में शातिर अपराधियों के साथ नहीं रखा जाएगा. पुलिस ने इस पिता-पुत्र की जोड़ी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और बेटे को किशोर न्याय अधिनियम के तहत बाल सुधार गृह भेजा गया है.