Raipur News: इस साल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय आम महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने बताया कि इस आयोजन का मकसद देशभर के आम उत्पादकों को एक मंच देना है, जहां किसान आमों की बेहतरीन किस्मों को दिखा सकें. आम से बने विभिन्न उत्पादों के बारे में लोगों को जागरूक कर सकें.
36 प्रकार के व्यंजन तैयार
डॉ. चंदेल के अनुसार, छत्तीसगढ़ में दशहरी, लंगड़ा और आम्रपाली किस्म के आमों का बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा है. प्रदेश के किसान इन किस्मों की खेती में माहिर हो चुके हैं और राज्य सरकार के तकनीकी मार्गदर्शन से इनकी खेती का दायरा तेजी से बढ़ रहा है. महोत्सव में फूड टेक्नोलॉजी डिवीजन द्वारा आम से बने 36 प्रकार के व्यंजन तैयार किए गए हैं, जो स्वाद के साथ-साथ आम के विविध उपयोग से भी लोगों को परिचित करा रहे हैं. आम की चटनी, आम बर्फी, आम केक, आम अचार, मैंगो शेक, मैंगो कुल्फी, और आम पापड़ जैसे पारंपरिक और नए उत्पाद विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
आगे बताया, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिशा जैन कुकिंग सेंटर द्वारा आम से उत्पाद तैयार करने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. यह पहल घरेलू महिलाओं के लिए स्वरोजगार का अवसर भी बन रही है. बच्चों के लिए आम थीम पर आधारित फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है, जिससे बच्चों में रचनात्मकता और स्थानीय फलों के प्रति रुचि बढ़ाई जा सके.
ग्राफ्टेड पौधा खरीदने का मौका
महोत्सव में आम के ग्राफ्टेड पौधों की बिक्री के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. करीब 40,000 से 50,000 पौधे यहां बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. यदि कोई किसान आम की खेती शुरू करना चाहता है तो यह महोत्सव उसके लिए सुनहरा अवसर है. आम के पौधे लेने के साथ-साथ वह उन्नत खेती की तकनीक की जानकारी भी प्राप्त कर सकता है. राष्ट्रीय आम महोत्सव छत्तीसगढ़ के आम उत्पादकों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने का एक शानदार अवसर साबित हो रहा है. यह न केवल फलों की विविधता का उत्सव है, बल्कि राज्य की कृषि समृद्धि और नवाचार का भी उत्सव है.