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Surguja News: किसी लाभार्थी के घर एक शौचालय में दो टॉयलेट सीट लगा दीं, तो किसी के घर सिर्फ गड्ढा खोदकर शौचालय की राशि हजम कर ली.

शौचालय बनाने में गड़बड़ी सामने आई है.
सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं. दरअसल सरगुजा जिले के आकांक्षी लखनपुर विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन योजना अंतर्गत बना शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. जहां ठेका प्रथा से शौचालय का आधा-अधूरा निर्माण कर ठेकेदार और अधिकारियों ने मिली भगत से राशि का बंदर-बांट कर लिया, वहीं पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. कहने को तो यह गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है.
लुण्ड्रा विधानसभा के अंतर्गत आकांक्षी विकासखंड लखनपुर के ग्राम बेलदगी के आश्रित ग्राम अलगा बेदोंपानी और आमापानी में एक दर्जन से ज्यादा पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों का स्वच्छ भारत मिशन योजना 2024-25 के अंतर्गत ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय का आधा अधूरा निर्माण कार्य कराया गया. किसी हितग्राही के एक शौचालय में दो टॉयलेट सीट लगा दीं, तो किसी के घर सिर्फ गड्ढा खोदकर ठेकेदार और अधिकारियों ने मिलीभगत से शौचालय की राशि हजम कर ली. मिली जानकारी के मुताबिक, बुटूल कोरवा पिता मंगल साय, जगरोपण पिता मंगल साय, लहंगा कोरवा पिता रामसाय, जेठी भाई पति मंगल सहाय, सुरेश कोरबा, बुधराम, कुंती कोरवा, रवि कोरवा, दुहनी कोरवा सहित अन्य पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों का स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय बनाना स्वीकृत हुआ था. इसके बाद पंकज नामक ठेकेदार ने आश्रित ग्राम अलका बैंदोपानी और आमापानी पहुंच पहाड़ी कोरवाओं का आधा-अधूरा शौचालय बनाया और जनपद कर्मचारी पंकज गुप्ता से मिलीभगत कर ठेकेदार ने जियो टैग कराकर हितग्राहियों से 12-12 हजार रुपये खाते से निकलवा लिए. शौचालय बनाए बिना ही उनकी राशि हजम कर ली गई. आज हितग्राहियों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ रहा है, जिसे उन्हें कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शौचालय के नाम पर ठगी की यह तस्वीर स्वच्छ भारत मिशन योजना को पलीता चढ़ाते नजर आ रही है.
गाड़ी बुक कर लाया था ठेकेदार
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों की मानें, तो गांव में कई लोगों का शौचालय आधा-अधूरा बना है और कई हितग्राहियों का शौचालय शुरू भी नहीं हुआ है. ठेकेदार गांव पहुंच गाड़ी बुक कर सभी हितग्राहियों को लखनपुर लाया और उनके खातों से 12-12 हजार रुपये निकलवा लिए और शौचालय का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया.
शौचालय का पैसा खाते में डाला ही नहीं
वहीं इस संबंध में ग्राम पंचायत बेलदगी के सरपंच त्रिकेश्वर सिंह पैकरा ने आश्रित ग्राम पहुंच शौचालयों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि शौचालय का निर्माण कार्य आधा अधूरा ठेकेदार पंकज गुप्ता ग्राम कोसगा निवासी द्वारा किया गया है. सरपंच ने हितग्राहियों से बात की, तो पता चला पंकज उनसे 12-12 हजार रुपये ले चुका है. शौचालयों का जीओ टैग पंकज गुप्ता द्वारा किया गया है. इस संबंध में ग्राम सरपंच सचिव रोजगार सहायक को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है. इस संबंध में सरपंच ने फोन पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी वेद प्रकाश पांडे से बात की, तो उनके द्वारा बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय का पैसा हितग्राहियों के खाते में नहीं डाला गया है. सोचिए कैसे इन भोले-भाले पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों के हक को छीना जा रहा है और दूसरी तरफ इनको राष्ट्रपति का दतक पुत्र कहा जाता है. कोरवा जनजाति के लोग आज भी शौच के लिए खुले में जाने को मजबूर हैं.