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अक्षय कुमार स्टारर ‘केसरी 2’ में अन्यया पांडे की अदाकारी को क्रिटिक्स और ऑडियंस ने खूब सराहा. फिल्म हिट हुई. अनन्या जेन ज़ी के बीच काफी पॉपुलर हैं लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रोल के निशाने पर रहती हैं. उन्होंने 18 की उम्र में फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ ईयर 2’ से बॉलीवुड डेब्यू किया था. वह अब 26 साल की हो चुकी हैं. उन्होंने अपनी अबतक की जर्नी और लोगों के प्रेशर के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि स्टारडम नहीं, आपका काम ही, आगे के रास्ते खोलता है. उन्होंने नेपोटिज्म पर भी बात की.

अनन्या पांडे ने बॉम्बे टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, “शुरुआत में, मैं सभी को खुश करने के लिए बहुत एक्साइटेड थी. अब भी मैं चाहती हूं कि लोग मुझे पसंद करें, लेकिन अब मुझे दबाव महसूस नहीं होता. पहले, मैं सभी को खुश करने के लिए बहुत कोशिश करती थी, भले ही इसके लिए मुझे खुद को खोना पड़े. अब मुझे जजमेंट का डर नहीं है, क्योंकि बहुत कुछ हो चुका है जिससे मुझे डरने की जरूरत नहीं है.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने आगे कहा, “मेरे आसपास के लोग मुझे जमीन से जुड़े रखते हैं. शुरुआत में, मुझे लगता था कि अगर किसी इंटरव्यू में कुछ बोल दूं, तो चीजें बदल जाएंगी. लेकिन मुझे लगने लगा कि ऐसा नहीं होता, और केवल आपका काम ही बोलता है. लोग केवल तभी आएंगे और अपनी मेहनत की कमाई खर्च करेंगे जब उन्हें आपका काम पसंद आएगा और वे आपको एक व्यक्ति के रूप में पसंद करेंगे.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

‘कॉल मी बे’, ‘खो गए हम कहां’ और ‘केसरी 2’ जैसी प्रोजेक्ट्स में अनन्या को उनकी अदाकारी के लिए सराहा गया. फिर भी उन्हें लेकर नेपोटिज्म और प्रिविलेज्ड एक्ट्रेस होने की बात कही जाती है. इस पर उन्होंने कहा, “मैं शुरू से ही प्रिविलेज्ड गर्ल रही हूं. जब मैं पहली बार ‘कॉफी विद करण’ पर गई थी, तब मैंने कहा था कि मुझे पता है कि मैं प्रिविलेज्ड हूं.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने आगे कहा, “मुझे पता है कि शायद इंडस्ट्री में मुझसे ज्यादा प्रतिभाशाली, बेहतर दिखने वाले और अधिक मेहनती हैं. लेकिन अब मुझे यह अवसर मिले हैं और मैं इसे बर्बाद नहीं करना चाहती, क्योंकि यह भी मेरा सपना था जब मैं बच्ची थी. इसलिए, मैंने प्रिविलेज्ड होने की शर्मिंदगी को बाहर निकाल दिया है और इस पर प्राउड फील करती हूं.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने कहा, “मेरे पिता (चंकी पांडे) दो डॉक्टरों के बच्चे थे, और उनका सपना एक्टर बनने का था और वह बन गए. उन्होंने 40 से ज्यादा साल तक काम किया है, और अगर मैं उनकी विरासत को आगे बढ़ा सकती हूं और उन्हें गर्व महसूस करा सकती हूं, तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने कहा, “मैं नहीं चाहती कि मुझे चंकी पांडे की बेटी के रूप में न जाना जाए. मुझे गर्व है कि वह मेरे पिता हैं. मैं इसे नकारात्मक रूप में नहीं देखना चाहती क्योंकि लोग हमेशा कुछ न कुछ कहेंगे.” इसके अलावा, अनन्या ने जेन ज़ी, अकेलापन और सोशल मीडिया ट्रोल पर प्रतिक्रिया भी दी. (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने कहा, “ऐसे दिन होते हैं जब मैं दबाव महसूस करती हूं, जब मैं कोई कमेंट या ऑनलाइन थ्रेड पढ़ती हूं जो सच नहीं है, तो मैं थोड़ा परेशान हो जाती हूं. शुरुआत में, मैं बहुत भावुक हो जाती थी और कुछ कहना चाहती थी.” (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)

अनन्या पांडे ने आगे कहा, “समय के साथ, मुझे लगता है कि मैंने मोटी चमड़ी की हो गई हूं. लेकिन आखिर में, मैं इंसान ही हूं और मुझे बुरा लगता है. इसलिए, मैं बस यही कहूंगी: जो भी आप महसूस कर रहे हैं, उसे महसूस करें. अगर कोई आपको रोने से मना करता है, तो उसकी बात न सुनें. यह ठीक है कि ऐसे दिन हों जब आप रो रहे हऔर गुस्से में हों और इसे बाहर निकालना चाहते हों. इसे अंदर ही रखना केवल इसे और खराब करता है. (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @ananyapanday)