अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने घरेलू बॉन्ड के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एपीएसईजेड ने एक बयान में कहा कि उसने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से 15 साल के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिए यह कोष जुटाया है।


लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के अडानी समूह में 5,000 करोड़ रुपये का निवेश करने पर मंगलवार को कटाक्ष किया और कहा कि सरकारी धन का इस्तेमाल निजी संस्थाओं को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पैसा, पॉलिसी, प्रीमियम आपका; सुरक्षा, सुविधा, फायदा अडानी का।’’
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने घरेलू बॉन्ड के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा घरेलू बॉन्ड निर्गम है।एपीएसईजेड ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि उसने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से 15 साल के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिए यह कोष जुटाया है।
एनसीडी को 7.75 प्रतिशत सालाना की प्रतिस्पर्धी कूपन दर (ब्याज) पर जुटाया गया। बयान में कहा गया था, “एपीएसईजेड की मजबूत वित्तीय स्थिति और ‘एएए/स्थिर’ घरेलू साख रेटिंग के समर्थन से, यह निर्गम 7.75 प्रतिशत सालाना की प्रतिस्पर्धी कूपन दर पर बंद हुआ और एलआईसी से पूरा अभिदान मिला। डिबेंचर बीएसई में सूचीबद्ध किए जाएंगे।”