उत्तर प्रदेश के वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक ओर गोस्वामी समाज योगी सरकार की इस परियोजना का विरोध कर रहा है, तो दूसरी ओर मथुरा की सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने इसे समय की मांग करार दिया है।


उत्तर प्रदेश के वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक ओर गोस्वामी समाज इस परियोजना का विरोध कर रहा है, तो दूसरी ओर मथुरा की सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने इसे समय की मांग करार दिया है। गोस्वामी समाज का कहना है कि कॉरिडोर निर्माण से उनके अधिकारों का हनन होगा, जबकि हेमा मालिनी ने इसे श्रद्धालुओं की सुविधा और क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक बताया है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है। वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर निर्माण के लिए सरकार की ओर से ट्रस्ट गठन के लिए जारी अध्यादेश का विरोध बढ़ता जा रहा है। कॉरिडोर निर्माण की अधिसूचना जारी होने और निर्माण एजेंसी तय किए जाने के बाद से विवाद गहरा गया है। गोस्वामियों ने अब इस मामले में मथुरा छोड़कर जाने की धमकी दे दी है।
बांके बिहारी मंदिर पर करीब 5 एकड़ में कॉरिडोर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठन के लिए सरकार की ओर से जारी अध्यादेश को लेकर गोस्वामी समाज में आक्रोश है। गोस्वामी समाज कॉरिडोर और अध्यादेश दोनों का विरोध कर रहे हैं। गोस्वामियों ने न्यास गठन के लिए जारी अध्यादेश पर कहा कि जब मंदिर उनकी निजी संपत्ति है तो सरकार इसमें हस्तक्षेप क्यों कर रही है। उन्होंने अध्यादेश को मनाने से साफ इनकार कर दिया। गोस्वामियों ने कहा कि हमने सभी की सहमति से कह दिया है कि सरकार को मंदिर और पैसा चाहिए तो हम उनको दान दे देते हैं। हम अपने ठाकुरजी को लेकर अपने परिवारों के साथ जहां भी जगह मिलेगी, वहां चले जाएंगे।
इस मामले में रविवार को डीएम, एसएसपी और विकास प्राधिकरण के वीसी एक बार फिर गोस्वामियों से बातचीत करने पहुंचे। गोस्वामियों ने स्पष्ट कह दिया है कि यदि सरकार अपनी मंशा के अनुरूप मंदिर और पैसा चाहती है तो वे अपने ठाकुरजी को लेकर परिवार सहित यहां से पलायन कर जाएंगे। हालांकि, अधिकारी अभी भी बातचीत के माध्यम से सहमति बन जाने का दावा कर रहे हैं।
गोस्वामियों के विरोध के बीच मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी कॉरिडोर के समर्थन में उतर आई हैं। उन्होंने कहा कि वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। बढ़ती भीड़ के कारण मंदिर परिसर में व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऐसे में कॉरिडोर वृंदावन की आवश्यकता है। अगर यह कॉरिडोर अभी नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा। गोस्वामी समाज के लोगों को भी सोचना चाहिए। कॉरिडोर बनाने में जो भी दुकान मकान आएंगे उन्हें सरकार मुआवजा देगी, जो लोग किरायेदार हैं, उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही दुकान के बदले दुकान भी दी जाएगी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कॉरिडोर न केवल श्रद्धालुओं की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय विकास को भी नई गति देगा। उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों से अपील करेंगे कि वो इस मुहिम में हम लोगों का साथ दें, कॉरिडोर बनने से पर्यटन के साथ विकास को नई रफ्तार मिलेगी। गोस्वामी समाज से मैं विशेष तौर पर अपील करूंगी कि वो कॉरिडोर बनने में अपना सहयोग करें। अगर कहीं कोई दिक्कत होती है तो हम सब उसे दूर करने की कोशिश करेंगे। मेरा मानना है कि अगर कॉरिडोर अभी नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा।