बिलावल भुट्टो की शशि थरूर की नकल में नाकामी, न्यूयॉर्क में बेइज्जती

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Bilawal Bhutto Vs Shashi Tharoor: बिलावल भुट्टो ने शशि थरूर की नकल करने की कोशिश में न्यूयॉर्क में बड़ी बेइज्जती झेली है. उन्होंने भारत के मुसलमानों पर बयान दिया, जिसे एक पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देकर …और पढ़ें

थरूर का कॉपी कर रहे थे बिलावल, हुई ऐसी बेइज्जती कि मंच पर ही मांगने लगे पानी

संयुक्त राष्ट्र में बिलावल भुट्टो को बड़ी बेइज्जती झेलनी पड़ी है.

हाइलाइट्स

  • बिलावल भुट्टो ने शशि थरूर की नकल में बेइज्जती झेली.
  • पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देकर बिलावल को चुप कराया.
  • शशि थरूर ने कूटनीतिक संयम से भारत का पक्ष रखा.

Bilawal Bhutto Vs Shashi Tharoor: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, भारत के वरिष्ठ सांसद और कांग्रेस नेता शशि थरूर की कॉपी करने की पहली ही कोशिश में बुरी तरह मात खा गए. शशि थरूर की तरह बिलावल भी अमेरिका के दौरे पर हैं. शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के पक्ष से अमेरिकी देशों को अवगत कराने के लिए सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गए थे. उनकी कॉपी करते हुए पाकिस्तान ने भी बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका भेजा.

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में भारत की ओर से किए गए ऑपरेशन सिंदूर के जख्मों को दिखाकर मरहम की गुहार लगा रहा है. लेकिन, शशि थरूर तो शशि थरूर हैं. वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के राजनयिक हैं. बिलावल भुट्टो उनके स्टाइल और पहनावे की कॉपी तो कर सकते हैं, लेकिन वह कूटनीतिक ज्ञान कहां से लाएंगे. अपने अल्प ज्ञान के कारण उनको न्यूयॉर्क में भरी सभा में बड़ी बेइज्जती झेलनी पड़ी.

दरअसल, बिलावल भुट्टो ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के मुस्लिमों को लेकर बात छेड़ने की कोशिश की. उन्होंने दावा किया कि भारत में मुसलमानों को विलेन के रूप में पेश किया जा रहा है. खासकर कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद. लेकिन उनकी यह कोशिश वहीं बुरी तरह नाकाम हो गई. एक विदेशी पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग का जिक्र किया, जिसमें भारतीय सेना की मुस्लिम महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने नेतृत्व किया था. इस जवाब ने बिलावल के मुंह में दही जम गई.

बिलावल का बयान और पत्रकार का जवाब

रिपोर्ट के अनुसार बिलावल ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि भारत सरकार पहलगाम हमले के बाद मुसलमानों को निशाना बना रही है. जवाब में एक विदेशी पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग का हवाला दिया, जिसे कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ संबोधित किया था. कर्नल सोफिया एक मुस्लिम अधिकारी हैं. उनकी भूमिका ने बिलावल के दावों को खारिज कर दिया. पत्रकार के इस तथ्य ने बिलावल को चुप करा दिया. वह केवल सिर हिलाकर रह गए.

शशि थरूर की कूटनीति

शशि थरूर के नेतृत्व में भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी देशों में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत का पक्ष रख रहा है. थरूर ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर भारत की एकजुटता, आतंकवाद विरोधी नीति और कश्मीर में शांति की बात को मजबूती से पेश किया. उनकी बातचीत की शैली तथ्यों और तर्कों पर आधारित रही. जबकि बिलावल के पास वही घिसी पिटी बातें थीं. उनके तर्कों में कोई नयापन नहीं है. वह केवल भारत विरोधी बयानबाजी करते दिखे. जबकि थरूर ने आतंकवाद को क्षेत्रीय अस्थिरता का कारण बताया और भारत की सैन्य कार्रवाई को जायज ठहराया. बिलावल की बयानबाजी आक्रामक और तथ्यों से परे थी. जबकि थरूर ने कूटनीतिक संयम और तथ्यों के साथ भारत का पक्ष रखा. बिलावल का बयान जहां भारत की एकता को कमजोर करने की कोशिश थी, वहीं थरूर ने भारत की विविधता और सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा.

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संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें

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