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पिता और दादा के नक्शेकदम पर चलने को नागा चैतन्य तैयार हैं. आने वाले टाइम में वे अपने परिवार की विरासत या कहें परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए कमर कस रहे हैं. मामले की पूरी जानकारी खबर के अंदर मिलेगी.

हाइलाइट्स
- आने वाली फिल्म में दादा की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे नागा चैतन्य
- पिता नागार्जुन भी निभा चुके हैं जगद्गुरु आदि शंकराचार्य में भगवान शिव के रोल
- अब नागा चैतन्य भी पर्दे पर महापुरुषों के किरदार में नजर आने वाले हैं
नई दिल्लीः तेलुगु सिनेमा में इन दिनों पौराणिक कहानियों की वापसी ने एक नई ऊर्जा भर दी है. इन दिनों चर्चा है नागा चैतन्य की, जिन्हें लेकर सवाल है कि क्या वो अपने दादा अक्किनेनी नागेश्वर राव (ANR) और पिता नागार्जुन की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पौराणिक भूमिकाओं की ओर रुख कर रहे हैं? तो जवाब हां में ही है, क्योंकि उनकी आगामी फिल्म #NC24 को लेकर पहले से ही अटकलें तेज हैं कि इसमें पौराणिक तत्व होंगे.
अब ये भी खबरें हैं कि वो एक और बड़ी पौराणिक फिल्म में मुख्य भूमिका निभा सकते हैं. अपकमिंग फिल्म एक ऐसा प्रोजेक्ट होगी जिसे उनके दिल के बहुत करीब बताया जा रहा है और जिसमें उनके आध्यात्मिक विश्वासों की झलक भी देखने को मिल सकती है. अक्किनेनी परिवार की सिनेमा में पौराणिक विषयों को लेकर एक गहरी और समृद्ध परंपरा रही है. महान अभिनेता ANR ने श्री कृष्णार्जुन युद्धम्, श्री राम राज्यम जैसी फिल्मों में राम और कृष्ण जैसे देवताओं की भूमिकाएं निभाईं और संत तुकाराम व रामदासु जैसे संतों के चरित्रों को जीवंत किया है.
नागार्जुन भी निभा चुके पिता जैसी भूमिकाएं
इस विरासत को नागार्जुन ने आगे बढ़ाया जिन्होंने अन्नमय्या में उन्होंने संत-कवि अन्नमाचार्य का किरदार निभाया, वहीं ओम नमो वेंकटेशाय में हठीराम भवा जी की भूमिका निभाकर दर्शकों को आध्यात्मिकता से जोड़ा. श्री रामदासु, शिरडी साई, और जगद्गुरु आदि शंकराचार्य में भगवान शिव के रूप में उनकी उपस्थिति इस परंपरा को और भी मजबूत करती है.
अब नागा चैतन्य संभालेंगे ऐसे किरदारों की कमान
अब, अगर नागा चैतन्य सचमुच पौराणिक सिनेमा की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, तो यह केवल एक पारिवारिक परंपरा का निर्वाह नहीं होगा. और यह उनके व्यक्तिगत आध्यात्मिक पक्ष और अभिनय के माध्यम से उसकी अभिव्यक्ति भी होगी. #NC24 और संभावित नई पौराणिक फिल्म के साथ, नागा चैतन्य तेलुगु सिनेमा को न केवल विरासत के धरातल पर जोड़ रहे हैं, बल्कि उसे एक नए युग में ले जाने का संकेत भी दे रहे हैं. दर्शक अब उनकी इस नई यात्रा को देखने के लिए एक्साइटिड हैं, जहां श्रद्धा, परंपरा और कला का संगम एक नई चेतना लेकर आएगा. यह एक नई शुरुआत हो सकती है न केवल एक अभिनेता के लिए, बल्कि उस विरासत के लिए भी जिसने भारतीय सिनेमा को श्रद्धा और संस्कृति के सबसे पवित्र रूप दिए हैं.
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों …और पढ़ें
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों … और पढ़ें