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Pakistan News Today: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिकी लॉबिंग के लिए डोनाल्ड ट्रंप के करीबी जेसन मिलर को चुना है, जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप के पूर्व बॉर्डीगार्ड कीथ शिलर को नियुक्त किया है. पाकिस्तान को पस्त क…और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप वाली रणनीति से पाकिस्तान को पस्त करेगा भारत. (File Photo)
हाइलाइट्स
- भारत ने ट्रंप के करीबी जेसन मिलर को लॉबिंग के लिए चुना.
- पाकिस्तान ने ट्रंप के पूर्व अंगरक्षक कीथ शिलर को नियुक्त किया.
- भारत और पाकिस्तान की कूटनीति अमेरिका-केंद्रित है.
नई दिल्ली. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ दुनिया भर में दुष्पचार कर रहा है. अमेरिका, यूरोप सहित कई प्रभावशाली देशों में अपने आतंकवाद वाले चेहरो पर पर्दा ढक भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा. इसी बीच भारत की तरफ से एक ऐसा कदम उठाया गया, जिसे शहबाज और मुनीर भी चारों-खाने चित हो जाएंगे. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत ने डोनाल्ड ट्रंप वाली रणनीति अपनाई है. भारत ने अमेरिका में प्रभावशाली लॉबिंग के लिए डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सलाहकार जेसन मिलर को चुना है. भारत ट्रंप के तरीके से पाकिस्तान को चारों खाने चित करने की तैयारी कर रहा है.
ट्रंप के बॉर्डीगार्ड से मिला पाकिस्तान
पाकिस्तान भी इस मामले में कम शातिर नहीं है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुद को बेचारा साबित करने में लगे शहबाज-मुनीर ने ट्रंप के पूर्व अंगरक्षक कीथ शिलर को अपने पक्ष में लॉबिंग के लिए नियुक्त किया है. अमेरिका दुनिया में किसी भी देश के प्रति नजरिया सेट करने में अहम भूमिका निभाता है. यही वजह है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों की कूटनीति इस वक्त अमेरिका-केंद्रित है. जेसन मिलर की भूमिका भारत के लिए पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण हो सकती है.
मिलर ने अमेरिका को चुनाव जिताने में की थी मदद
जेसन मिलर डोनाल्ड ट्रंप के 2016 और 2020 के राष्ट्रपति अभियानों में प्रमुख रणनीतिकार रहे हैं. अपनी राजनीतिक समझ और प्रभावशाली नेटवर्क के लिए वो जाने जाते हैं. ट्रंप प्रशासन के दौरान उनकी सलाहकार की भूमिका ने उन्हें अमेरिकी नीति-निर्माण में गहरी पहचान दिलाई. भारत ने मिलर को चुनकर एक रणनीतिक दांव खेला है, जिसका उद्देश्य अमेरिकी प्रशासन और जनमत को भारत के पक्ष में करना है. मिलर की विशेषज्ञता भारत को अपनी स्थिति मजबूत करने और पाकिस्तान के कथित आतंकवाद प्रायोजन को वैश्विक मंच पर उजागर करने में मदद कर सकती है.
ट्रंप के ईर्द-गिर्द पाकिस्तान की रणनीति
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने कीथ शिलर को चुना, जो ट्रंप के निजी अंगरक्षक रह चुके हैं. शिलर का प्रभाव भले ही मिलर जितना गहरा न हो, लेकिन उनकी नियुक्ति पाकिस्तान की कोशिश को दर्शाती है कि वह ट्रंप के करीबी दायरे में अपनी पहचान बनाए. हालांकि मिलर की तुलना में शिलर की लॉबिंग क्षमता सीमित मानी जा रही है, क्योंकि उनकी पृष्ठभूमि मुख्य रूप से सुरक्षा से जुड़ी है, न कि कूटनीतिक रणनीति से. इस लॉबिंग संघर्ष का संदर्भ भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के तनावों से जुड़ा है. पहलगाम हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जवाबी कार्रवाई की, जिसे विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश बताया. अमेरिका ने इस हमले की निंदा करते हुए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, जबकि पाकिस्तान को वैश्विक समर्थन नहीं मिला.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें