रेफरी का एक फैसला, आंसू गैस के गोले और 328 लोगों की चली गई जान… आरसीबी के जश्न से पहले भी…

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RCB Victory Parade Stampede Case: आरसीबी के आईपीएल जीतने के जश्न को बेंगलुरू में हुई भगदड़ ने मातम में बदल दिया है.

रेफरी का एक फैसला, आंसू गैस के गोले और 328 लोगों की मौत, RCB के जश्न से पहले..

आरसीबी फैंस को ट्रॉफी दिखाते मयंक अग्रवाल.

हाइलाइट्स

  • आरसीबी की जीत का जश्न मातम में बदला.
  • बेंगलुरू की भगदड़ में 11 लोगों की जान गई.
  • 30 से ज्यादा घायल अस्पताल में भर्ती कराया गए.

नई दिल्ली. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के जश्न के दौरान हुई भगदड़ ने सारी खुशी को मातम में बदल दिया है. आरसीबी ने जब 18 साल में पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीती तो टीम के साथ-साथ उसके फैंस ने खूब जश्न मनाया. जश्न का यह सिलसिला अगले दिन बुधवार को भी जारी रहा. विजेता टीम का सम्मान करने के लिए बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में इंतजाम हुए. इस जश्न का हिस्सा बनने के लिए फैंस में भी होड़ रही. फैंस की इस दीवानगी पर आयोजकों की बदइंतजामी जानलेवा साबित हुई और 11 बेगुनाह काल के गाल में समा गए. लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब किसी खेल से जुड़े आयोजन की बदइंतजामी ने लोगों की जान ली है. ऐसे अनेक उदाहरण है जब स्टेडियम के भीतर या बाहर भगदड़ हुई जिसकी कीमत फैंस ने चुकाई.

1. एस्टाडियो नेशनल डिजास्टर में गई 328 की जान खेल के मैदान पर भगदड़ का सबसे बड़ा उदाहरण पेरू में मिलता है. यह भगदड़ 1964 में पेरू और अर्जेंटीना फुटबॉल मैच के दौरान हुई थी जिसमें 328 लोगों की जान चली गई थी.इसकी शुरुआत रेफरी के विवादास्पद से हुई. इससे दर्शक बेकाबू हो गए. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. इसके बाद तो मामला पुलिस के हाथ् से भी निकल गया.

2. इंडोनेशिया में 135 दर्शक बने मौत के शिकार इंडोनेशिया में भी 2002 में एक फुटबॉल मुकाबले के दौरान 200 लोगों ने जान गंवा दी थी. आरेमा एफसी और पर्सेबाया सुरबाया के बीच फुटबॉल मैच के बाद फैंस मैदान में घुस गए. पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले दाग दि. लोगों ने स्टेडियम से बाहर निकलने की कोशिश की और गेट के पास भगदड़ में कई लोगों मौत हो गई.

3. अक्रा स्पोर्ट्स स्टेडियम में मारे गए 126 लोग साल 2001 में घाना के अक्रा स्पोर्ट्स स्टेडियम में 126 लोगों की मौत हो गई थी. स्टेडियम में हर्ट्स ऑफ ओक और असांटे कोटोको के बीच मैच खेला गया था. इस दौरान कुछ लोग उत्पात करने लगे. पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस दागा और भगदड़ मच गई.

4. इंग्लैंड में भी मारे गए 96 लोग इंग्लैंड में 1989 में एक फुटबॉल मैच के दौरान 96 लोगों की मौत हो गई थी. यह हादसा लिवरपूल और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच एफए कप सेमीफाइनल के दौरान हुआ था. स्टेडियम में क्षमता से ज्यादा लोग पहुंच गए थे, जो हादसे का कारण बना.

5. काठमांडू में 93 लोगों की गई जान साल 1988 में नेपाल के काठमांडू स्टेडियम में भी बड़ा हादसा हुआ था जिसमें 93 लोग मारे गए थे. इस हादसे की बड़ी वजह बारिश और ओला गिरना था. फुटबॉल मैच के दौरान अचानक तेज बारिश और ओला गिरने से दर्शकों में स्टेडियम से बाहर निकलने की होड़ मच गई, जिसका नतीजा भगदड़ रही, जिसमें 93 लोग मारे गए.

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विजय प्रभात शुक्लाAssociate Editor

दो दशक से पत्रकारिता में सक्रिय. अप्रैल 2020 से News18Hindi में बतौर एसोसिएट एडिटर स्पोर्ट्स की जिम्मेदारी. न्यूज18हिंदी से पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, अमर उजाला अखबारों में पेज-1, खेल, देश-विदेश, इलेक्शन ड…और पढ़ें

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