छत्तीसगढ़ में हर कदम पर मौत! ये जिले बने सांपों का अड्डा, 5 साल में 17088 लोगों को काटा

रायपुर. छत्तीसगढ़ में सांपों की नई प्रजातियां तेजी से बढ़ रही हैं और घरों और गांवों तक पहुंच रही हैं. सांपों से डरने की बजाय उन्हें समझने और जानने की जरूरत है. देखिए News18 की खास रिपोर्ट…

सर्प रक्षक समिति के पूर्व अध्यक्ष विनितेश कुमार तिवारी ने बताया कि गर्मियों में छत्तीसगढ़ में दिखने वाला धमना सांप बिलकुल भी जहरीला नहीं होता और इसे तो किसान का दोस्त माना जाता है, क्योंकि ये खेतों में चूहे खाकर फसल को नुकसान से बचाता है, लेकिन रायगढ़ के घरघोड़ा इलाके में कुछ खतरनाक सांपों की संख्या जरूर बढ़ी है.

जहरीले सांपों में रस्लश वाईपर, जिसे क्षेत्रीय भाषा में महामंडल, पत्थर चित्ती, चंदन बोड़ा और जर्थरा सबसे आगे है. बैंबू पिट वाईपर और शॉ स्केल्ड वाईपर (फुर्सा) भी हेमोटॉक्सिक होते हैं. इनके काटने से तीव्र दर्द, सूजन, रक्तस्राव, रक्त का थक्का न बनना और किडनी फेल होने की समस्या हो सकती है. इनका उपचार पॉलीवैलेन्ट ASV (Anti Snake Venom) से किया जाता है और फौरन अस्पताल ले जाना जरूरी होता है.

कुछ सांप ऐसे भी जो शांत पर बेहद जहरीले
1. इंडियन कोबरा
2. कॉमन करैत
3. बैंडेड करैत (ये थोड़ा कम दिखते हैं, लेकिन बहुत जहरीले होते हैं)

इनके काटने के बाद हालत इतनी तेज बिगड़ती है कि लोग कहते हैं, ‘इसका काटा पानी भी नहीं मांगता.’ इसलिए किसी भी सांप के काटने पर लापरवाही बिल्कुल ना करें, तुरंत मेडिकल मदद लें.

सांपों से बचने के उपाय

  1. बिस्तर जमीन से ऊंचा रखें और मच्छरदानी का प्रयोग करें.
  2. रात को टॉर्च का इस्तेमाल करें.
  3. खेतों, झाड़ियों और पालतू जानवरों के आसपास सफाई रखें.
  4. दरवाजों और खिड़कियों में जाली लगवाएं.
  5. हफ्ते में एक बार कीटनाशक का छिड़काव करें.
  6. तीखी गंध सांपों को भगाने में मदद करती है.
  7. खुले पैर या चप्पलों में बाहर न निकलें, हमेशा जूते पहनें.
  8. सांप काटने के बाद बचाव उपाय…

    1. व्यक्ति को शांत रखें और भागने या दौड़ने न दें.
    2. काटे गए अंग को स्थिर रखें और हृदय के नीचे रखें.
    3. पेन से गोल निशान बना लें.
    4. साफ पट्टी बांधें (Pressure Immobilization Method).
    5. पट्टी हमेशा ऊपर से नीचे की ओर हल्का टाइट बांधें, लेकिन पूरी तरह से रक्त प्रवाह को बंद न करें.
    6. तुरंत अस्पताल पहुंचाएं – ASV केवल अस्पताल में ही दिया जा सकता है.
    7. घाव को न काटें, जहर न चूसें और बर्फ या गर्म पानी न लगाएं.
    8. झाड़-फूंक और जड़ी-बूटी जैसे घरेलू उपायों पर भरोसा न करें.
    9. 2 से ढाई घंटे बहुत अहम होते हैं, सीधे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र जाना चाहिए.
    10. छत्तीसगढ़ के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 10 से 15 एंटी वेनम रखने की अनुमति होती है.
    छत्तीसगढ़ में वाइपर प्रजाति के कई विषैले सांप पाए जाते हैं. भारत में कुल मिलाकर लगभग 15 वाइपर प्रजातियां हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में इनकी प्रमुख 3 से 4 प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें रसेल वाइपर, शॉ-स्केल्ड वाइपर, हिमालयन वाइपर या ग्रीन पिट वाइपर और हंप नोज वाइपर शामिल हैं.

    रायपुर में अब तक 402 बन चुके सांप का शिकार
    प्रदेश के जशपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा और बस्तर में स्नेक बाइट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. रायपुर जिले में ही 402 लोगों को सांप ने काटा है, जिसमें सबसे अधिक मामले अभनपुर में दर्ज किए गए हैं, जहां 174 लोगों को सांप ने काटा है.

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