कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रजगामार क्षेत्र की एक रात उस परिवार के लिए कभी न भूलने वाली बन गई. ओमपुर बस्ती में जब सूरज कुमार का परिवार सोने की तैयारी कर रहा था, तभी दरवाज़े पर मौत दस्तक दे चुकी थी एक ज़हरीला सांप आकर चुपचाप बैठ गया.
इस अप्रत्याशित घटना ने पूरे परिवार को दहशत में डाल दिया. सूरज की मां उस वक़्त कमरे में अकेली थीं, और बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा. लेकिन डर के आगे हिम्मत खड़ी थी उन्होंने पास में रखा एक डंडा थामा और कोने में डटकर खड़ी रहीं, जब तक कि मदद नहीं पहुंची.
“सांप को मत मारो, हमें बुलाओ” – Wildlife Rescue Team की अपील
सूरज और पड़ोसियों ने फौरन वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी को सूचना दी. बिना वक्त गंवाए, जितेंद्र और उनकी टीम घटनास्थल पर पहुंचे और विषैले अहिराज सांप को बेहद सावधानी से रेस्क्यू किया. सांप को पकड़ने के बाद उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया.
जितेंद्र सारथी ने बताया कि मौसम के बदलाव के चलते सांपों की गतिविधि बढ़ गई है. लोग घबराएं नहीं, सांप दिखने पर हेल्पलाइन नंबर 8817534455 पर कॉल करें. उसे मारें नहीं.
मां की हिम्मत, बेटे की सूझबूझ और टीम की तत्परता ने टाली बड़ी त्रासदी
अगर सूरज ने सूझबूझ न दिखाई होती या टीम देरी से पहुंचती, तो यह मामला जानलेवा हो सकता था. लेकिन मां की हिम्मत, बेटे की तुरंत प्रतिक्रिया और रेस्क्यू टीम की रफ्तार ने इस रात को एक रिलीफ स्टोरी बना दिया.
सांप दिखे तो क्या करें?
जितेंद्र सारथी ने स्पष्ट किया “हर साल, खासकर मानसून से पहले, सांप घरों में घुसते हैं. हमें कॉल करें, हम हर कॉल पर रात-दिन पहुंच रहे हैं. सर्पदंश की स्थिति में झाड़-फूंक के बजाय सीधे अस्पताल जाएं.”
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