मृतक की पहचान बिहार के पटना निवासी अरुण महतो के रूप में हुई है, जो 16 मई को किसी व्यापारिक कार्य के लिए दिल्ली आया था. उसके भाई अनिल कुमार ने 21 मई को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. 22 मई को सुबह मैदानगढ़ी तालाब के पास जंगल में एक सड़ी-गली लाश मिली, जिसकी पहचान बाद में अरुण के रूप में की गई. शव के पास से टूटा हुआ मोबाइल फोन और चेकबुक भी बरामद हुई.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 18 मई की रात सुशील को अपनी पत्नी के फोन पर बार-बार एक नंबर से कॉल आने का संदेह हुआ. कॉल्स की जांच करने पर पता चला कि कॉल अरुण कर रहा था. शक और गुस्से में तिलमिलाए सुशील ने पत्नी को दबाव में डालकर अरुण को मिलने के लिए बुलवाया. जब अरुण जंगल में मिला, तो सुशील ने उसके सिर पर लोहे की रॉड से वार कर उसकी हत्या कर दी. वारदात के बाद दोनों आरोपी अपने खून से सने कपड़े और हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार जंगल में ही फेंककर भाग निकले.
गिरफ्तार आरोपी सुशील कुमार, उम्र 37 वर्ष, मजदूर है और मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले का निवासी है. उसकी पत्नी, उम्र 24 वर्ष, घरेलू महिला है. दोनों पिछले 17-18 वर्षों से दिल्ली के मैदानगढ़ी क्षेत्र में रह रहे थे.
पुलिस ने मौके से मृतक का टूटा हुआ मोबाइल फोन, चेकबुक, खून से सना हथियार और आरोपी पति-पत्नी के कपड़े बरामद किए हैं. फिलहाल, आगे की जांच जारी है और पुलिस टीम को इस उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है.