जयराम रमेश द्वारा जारी बयान में कहा गया है, “शासन एक निरंतर प्रक्रिया है। यह एक ऐसा तथ्य है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आत्म-मुग्धता की चिरस्थायी प्रवृत्ति में लगातार नकारते रहे हैं। उनसे जुड़ी यह बात विशेष रूप से तब सच हो जाती है, जब विषय चुनौतीपूर्ण विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन की होती है।”
बयान में उन्होंने आगे लिखा, “272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (USBRL) परियोजना को पहली बार मार्च 1995 में मंजूरी दी गई थी, जब पीवी नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री थे। मार्च 2002 में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब इसे एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था। फिर क्रमश:
1. 13 अप्रैल 2005 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने जम्मू और उधमपुर के बीच 53 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।
2. 11 अक्टूबर 2008 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र मजहोम और अनंतनाग के बीच 66 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।
3. 14 फरवरी 2009 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने श्रीनगर के बाहर मजहोम से बारामूला के बीच 31 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।
4. 29 अक्टूबर 2009 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अनंतनाग और काजीगुंड के बीच 18 किलोमीटर लंबी रेल लिंक का उद्घाटन किया।
5. 26 जून 2013 को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने काजीगुंड से बनिहाल के बीच 11 किलोमीटर लंबी लिंक का उद्घाटन किया।”