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Asteroid Near Earth: उल्कापिंड 2008 DG5 पृथ्वी के करीब से गुजरेगा, लेकिन सुरक्षित दूरी पर रहेगा. इसका आकार 320-700 मीटर है. नासा इसे ‘संभावित रूप से खतरनाक’ मानता है. 2008 में इसे खोजा गया था.

हाइलाइट्स
- उल्कापिंड 2008 DG5 सुरक्षित दूरी से गुजरा
- नासा ने इसे ‘संभावित रूप से खतरनाक’ माना
- इसका आकार 320-700 मीटर है
वाशिंगटन: अंतरिक्ष में पृथ्वी के करीब से एक बड़ा खतरा गुजरने वाला है. एक विशाल उल्कापिंड, जिसका नाम 2008 DG5 है, पृथ्वी के करीब से गुजरा. यह इतना बड़ा है कि इसकी तुलना एक विशाल युद्धपोत या विमानवाहक जहाज से की जा सकती है. नासा इसे ‘संभावित रूप से खतरनाक’ मानता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं, यह हमसे सुरक्षित दूरी पर रहा. 2008 में कैटालिना स्काई सर्वे ने इस उल्कापिंड को खोजा था. इसका आकार 320 से 700 मीटर के बीच है, यानी यह एक फुटबॉल मैदान से भी बड़ा है. कल्पना कीजिए कि एक पूरा युद्धपोत आसमान में तैर रहा हो!
अगर यह टकराए तो क्या होगा?
उल्कापिंड हमेशा से धरती के लिए खतरा रहे हैं. अगर इतना बड़ा उल्कापिंड पृथ्वी से टकराए तो क्या होगा? इतिहास में हमें कुछ उदाहरण मिलते हैं. 1908 में साइबेरिया में टुंगुस्का घटना हुई थी, जहां एक 40 मीटर का छोटा उल्कापिंड गिरा था. उसने 8 करोड़ पेड़ उखाड़ दिए और हिरोशिमा बम से 1,000 गुना ज्यादा ऊर्जा पैदा की थी. अब 2008 DG5 इससे कई गुना बड़ा है. अगर यह पृथ्वी से टकराए, तो भूकंप के साथ विनाश देखने को मिलेगा. टक्कर की गर्मी से विशाल जंगल जल सकते हैं. वहीं अगर यह समुद्र में गिरे, तो भयानक सुनामी लहरें उठ सकती हैं. हालांकि, अच्छी खबर यह है 2008 DG5 सुरक्षित दूरी से गुजरेगा
खतरों पर नासा की नजर
नासा का सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) 1,784 से ज्यादा ऐसे उल्कापिंडों पर नजर रखता है. वैज्ञानिकों ने पक्का कर लिया है कि अगले एक सदी में कोई बड़ा उल्कापिंड पृथ्वी से नहीं टकराएगा. इसके अलावा, नासा और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन उल्कापिंडों को ट्रैक करने और जरूरत पड़ने पर उन्हें रोकने की तकनीक पर काम कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, नासा का DART मिशन उल्कापिंड की दिशा बदलने की तकनीक का परीक्षण कर चुका है.

योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने… और पढ़ें