Last Updated:
Chhattisgarh Weather: एक पश्चिमी विक्षोभ 75° पूर्व और 32° उत्तर पर एक्टिव है. दूसरा विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे सटे इलाकों में बना हुआ है, जो मौसम पर अप्रत्यक्ष रूप से असर डाल रहा है.

छत्तीसगढ़ में फिर गर्मी का दौर देखने को मिलेगा.
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. 30 मई यानी आज प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने और वज्रपात की चेतावनी भी मौसम विभाग ने जारी की है. वहीं राज्य में धीरे-धीरे गर्मी भी वापस लौटने लगी है और तापमान में वृद्धि का दौर शुरू होने जा रहा है. प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. एक-दो स्थानों पर अंधड़ चलने और वज्रपात होने की चेतावनी है. आगामी 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है.
एक द्रोणिका (ट्रफ रेखा) दक्षिण-पूर्व राजस्थान से होते हुए उत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल को पार करती हुई बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने अवदाब के केंद्र तक फैली हुई है. यह रेखा समुद्र तल से लगभग 0.9 किमी ऊंचाई पर स्थित है. बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग में बना अवदाब अब कमजोर पड़ता जा रहा है, जिससे प्रदेश में वर्षा की तीव्रता में कमी आने की संभावना है.
पश्चिमी विक्षोभों की स्थिति
एक पश्चिमी विक्षोभ 75° पूर्व और 32° उत्तर पर सक्रिय है. दूसरा विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे सटे इलाकों में बना हुआ है, जो मौसम को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित कर रहा है. छत्तीसगढ़ में रायपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं. गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है. अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के संकेत हैं, जिससे गर्मी दोबारा महसूस की जा सकती है.
चेतावनी और सलाह
अंधड़ और वज्रपात से प्रभावित क्षेत्रों में खुले स्थानों पर जाने से बचें. कृषि कार्यों और खुले मैदानों में काम करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. मौसम में बदलाव को देखते हुए स्वास्थ्य संबंधी सावधानी बरतना जरूरी है.