Earthquake News: नेपाल में आधी रात में आया भूकंप, इंडोनेशिया में भी डोली धरती

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Earthquake in Nepal: नेपाल में आधी रात को भूकंप आने की खबर है. बीती रात 1:30 बजे के करीब नेपाल की धरती कांपने लगी. वहीं बड़ी खबर आ रही है नेपाल के आलावा इंडोनेशिय में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.

आधी रात को भूकंप से दहला नेपाल, खौफ में पब्लिक, इंडोनेशिया में भी कांपी धरती

नेपाल और इंडोनेशिया में डोली धरती.

हाइलाइट्स

  • नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया.
  • इंडोनेशिया में 5.9 तीव्रता का भूकंप महसूस हुआ.
  • दोनों देशों में जानमाल की हानि की खबर नहीं.

Earthquake in Nepal: बीती रात को भारत के पड़ोसी और हिमालयी देश नेपाल की धरती भूकंप की वजह से कांप उठी. दरअसल, गुरुवार और शुक्रवार रात के दरम्यान हिमालय की गोद में बसे देश देश में 4.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. लोग आधी रात को आधी नींद में ही घरों से भागने लगे. भूकंप की जानकारी, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने दी. इधर खबर आ रही है कि इंडोनेशिया में 5.9 की तीव्रता का भूकंप आया. इसकी जानकारी जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) दी. किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.

नेपाल के भूकंप की जानकारी देते हुए, एनसीएस ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘शुक्रवार तड़के नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया.’ एनसीएस के अनुसार, भूकंप नेपाल में 01:33 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. भूकंप से किसी के हताहत होने या बड़ी क्षति की तत्काल कोई सूचना नहीं है. आगे की जानकारी की इंतजार की जा रही है.

इंडोनेशिया की धरती कांपी

जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने बताया कि इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया. जीएफजेड ने शुक्रवार को बताया कि भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर (6.21 मील) की गहराई पर था. अभी तक किसी के घायल होने या हताहत होने की कोई खबर नहीं है. इस महीने की शुरुआत में इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में 6.0 तीव्रता का भूकंप आया था. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने भूकंप की तीव्रता 5.9 तथा गहराई 109 किलोमीटर (68 मील) दर्ज की थी. इसका केंद्र भूकंपीय दृष्टि से सक्रिय सुलावेसी क्षेत्र में स्थित था.

नेपाल वाले भूकंप की तीव्रता कम, मगर खतरनाक

बकौल एनसीएस उथले भूकंप, गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं. ये पृथ्वी की सतह के निकट आने पर उनकी ऊर्जा अधिक निकलती है, जिससे धरती ज्यादा कांपती है. इससे भवनों और संरचनाओं को अधिक क्षति पहुंचती है और जनहानि भी ज्यादा होती है. वहीं, गहरे भूकंपों की तुलना में सतह पर आने पर उनकी ऊर्जा कम हो जाती है.

तो इसलिए आते हैं भूकंप

नेपाल अत्यधिक भूकंप-प्रवण है क्योंकि यह भारतीय और यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव वाली सीमा पर स्थित है. इस टकराव से अत्यधिक दबाव और तनाव उत्पन्न होता है, जो भूकंप के रूप में निकलता है. नेपाल भी एक ऐसे अवतलन क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है, जिससे तनाव और दबाव और बढ़ रहा है.

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Deep Raj Deepak

दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व…और पढ़ें

दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व… और पढ़ें

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