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DELHI GANJA SMUGGLING: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो तरबूजों के नीचे करीब 350 किलो गांजा छिपाकर ला रहे थे.

तरबूज के नीचे छिपा था गांजा(image credit-canva)
हाइलाइट्स
- तरबूज के नीचे छिपा था माल
- मुखबिर से मिली खबर
- फिल्मी स्टाइल में धर दबोचा
दिल्ली: बचपन में आपने वो चोर-पुलिस की फिल्में तो जरूर देखी होंगी, जिनमें दूध के डिब्बे, किताबों के बीच, ट्रकों की डबल फ्लोरिंग तक लोग नशीले पदार्थ ले जाकर तस्करी करते हैं. लेकिन क्या आपने असल जिंदगी में ऐसा कारनामा होते देखा है? जी हां, ऐसा ही एक फिल्मी मामला सामने आया है जहां हकीकत में भी अपराधी फिल्मी स्टाइल में कानून को चकमा देने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन कहते हैं न, कानून के हाथ लंबे होते हैं. उन्होंने तस्करों का वो हाल किया कि अब वे तस्करी के बारे में सोचेंगे भी नहीं. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
खरबूजों के नीचे से निकला खजाना
रात के करीब 2 बजे, दिल्ली-यूपी बॉर्डर की तरफ से एक ट्रक आता दिखाई दिया. मुखबिर ने उसकी पुष्टि कर दी कि यही वो ट्रक है जिसमें गांजा छुपाया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने इशारा किया और टीम ने फिल्मी अंदाज में ट्रक का रास्ता रोक दिया. ट्रक को फ्लड कंट्रोल ऑफिस के पास ले जाया गया और सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. जब पुलिसकर्मी ट्रक पर चढ़े तो ऊपरी हिस्से में तरबूज ही तरबूज दिखाई दिए. लेकिन जैसे ही पुलिस ने तरबूजों को हटाना शुरू किया, नीचे से निकले 17 बड़े-बड़े बोरे. इन बोरों को खोला गया तो सभी में गांजा भरा हुआ था. तौलने पर कुल 348 किलो 176 ग्राम गांजा बरामद हुआ. गांजे की कीमत 1 करोड़ के आस-पास थी.
आरोपी संग हेल्पर गिरफ्तार
ट्रक चालक रिजवान और उसका हेल्पर इंतजार मलिक मौके पर ही गिरफ्तार कर लिए गए. दोनों यूपी के रहने वाले बताए जा रहे हैं. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह गांजा किसके लिए लाया जा रहा था और राजधानी दिल्ली में इसे किसे सप्लाई किया जाना था. पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है और आरोपियों के नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश कर रही है.