Last Updated:
पेरू में आज सुबह 6.0 तीव्रता का बड़ा भूकंप आया, जिसका झटका देश भर में मीलों तक महसूस किया गया. पांच लाख से अधिक लोगों ने भूकंप को महसूस किया.

पेरू में 6 तीव्रता के भूकंप से हजारों लोग प्रभावित.(Image:News18)
हाइलाइट्स
- पेरू में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया.
- भूकंप का असर पड़ोसी देशों में भी महसूस हुआ.
- आपातकालीन दल मौके पर मौजूद हैं.
Peru Earthquake. पेरू में आज सुबह बहुत बड़ा भूकंप आया, जिसका असर आस-पास के अन्य देशों में भी महसूस किया गया. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने पुष्टि की है कि दक्षिण अमेरिकी देश पेरू के केंद्र में 6.1 तीव्रता का बड़ा भूकंप आया. भूकंप सतह के करीब 10 किमी. की गहराई पर था. फिलहाल इस बात का पता नहीं चला है कि इस घटना में कोई इंसान घायल हुआ है या इमारतों को नुकसान पहुंचा है. आपातकालीन दल मौके पर मौजूद हैं. पिछले साल देश में समुद्र तट के पास 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था. जिसके कारण अगले दो हफ्तों में कई झटके आए, जिससे सुनामी की चेतावनी जारी की गई.
एक महिला ने बताया कि वह लिटन से 40 मिनट की दूरी पर माइग्रेन के कारण जाग रही थी. उसने कहा कि शुक्रवार की सुबह उसे एक अजीब गहरी गड़गड़ाहट सुनाई दी और एक अन्य ने कहा कि उन्हें लगा कि यह सैन्य विमान है. एक अन्य ने लिखा कि वह लिटन से आधे घंटे की दूरी पर रहती है. उसने कहा कि मुझे डर लगा कि कहीं मैं मर न जाऊं. मैंने खुद को यकीन दिलाया कि यह एक बुरा सपना है, इससे पहले कि दूसरों को भी यह सुनाई दे. मेरा पूरा घर हिल गया और शोर मच गया! लगा कि कोई कार सड़क से उतरकर खलिहान से टकरा गई है.
अन्य लोगों ने भूकंप के लिए ‘क्रेवेन फॉल्ट’ लाइन को दोषी ठहराया, जो भूवैज्ञानिक फॉल्ट लाइन की एक सीरीज है जो यॉर्कशायर डेल्स के किनारों पर चलती है. दिसंबर 1944 में डेल्स के निवासियों को एक ‘सोते हुए राक्षस’ ने जगाया था. यह उत्तरी यॉर्कशायर के स्किप्टन के पास एक महत्वपूर्ण भूकंप था. जिसके कारण खिड़कियां हिलने लगीं, चिमनियां उखड़ने लगीं और फर्नीचर खिसकने लगे. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.1 और 4.8 थी. चूंकि यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था, इसलिए कुछ स्थानीय लोगों को शुरू में डर था कि यह एक जर्मन बम है.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in … और पढ़ें