Delhi IGI Airport News: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बार फिर ड्रग तस्करों की चालाकी कस्टम्स विभाग की सतर्कता के सामने बेकार साबित हुई. इस बार तस्करों ने ऐसी साजिश रची थी कि स्निफर डॉग्स भी पसीना-पसीना हो जाएं, लेकिन एक छोटी-सी गलती ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया.
साजिश का नया तरीका
कस्टम्स अधिकारियों के मुताबिक, तस्कर ने गांजे को छिपाने के लिए गजब की तरकीब अपनाई थी. 20 पॉलिथीन पैकेटों में भरे हाइड्रोपोनिक गांजे को ट्रॉली बैग की दोहरी तह में इस तरह छिपाया गया था कि सामान्य जांच में पकड़ना मुश्किल था. गांजे के पैकेट्स की एयर टाइट पैकिंग की गई थी, ताकि स्निफर डॉग्स इसकी गंध न सूंघ सकें.
यह कोई पहला मामला नहीं है. 2025 में तस्करों ने कई बार ऐसी चालाकियां आजमाईं, लेकिन कस्टम्स की सतर्कता ने उन्हें नाकाम किया. जनवरी में, एक विदेशी यात्री के जूतों और कपड़ों में छिपाई गई 15 करोड़ रुपए की 1.5 किलोग्राम कोकीन पकड़ी गई थी. मार्च में, चॉकलेट के डिब्बों में करीब 4 करोड़ रुपए का 4 किलो गांजा बरामद हुआ था.
अप्रैल में, एक यात्री ने अपने शरीर के अंदर 2 किलोग्राम हेरोइन छिपाने की कोशिश की, लेकिन वह भी पकड़ा गया. इन घटनाओं से साफ है कि तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं, लेकिन कस्टम्स की पैनी नजर उन्हें बार-बार विफल कर रही है.
आगे की कार्रवाई
कस्टम्स अब इस नेटवर्क का पता लगाने में जुटे हैं. पकड़े गए यात्री से पूछताछ में यह जानने की कोशिश की जा रही है कि गांजा कहां से लाया गया और दिल्ली में इसका खरीदार कौन था. अधिकारियों का मानना है कि इस मामले में और लोग शामिल हो सकते हैं.