अमेरिका में ठगी का शिकार हुई भारतीय छात्रा श्रेया की कहानी

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Indian Student Fake Immigration: NRI इंडियाना यूनिवर्सिटी ब्लूमिंगटन की भारतीय छात्रा श्रेया बेदी को अमेरिका में नकली इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) एजेंटों ने ठग लिया. अब श्रेया दूसरों को इस धोखे से ब…और पढ़ें

3 घंटे की कॉल, धमकी पर धमकी ... यूं भारतीय छात्रा को ठगों ने बनाया शिकार!

भारतीय छात्रा से हुई ठगी. (Credit- LinkedIn)

हाइलाइट्स

  • श्रेया बेदी को नकली ICE एजेंटों ने ठगा.
  • ठगों ने श्रेया से $5,000 के गिफ्ट कार्ड मांगे.
  • श्रेया अब अन्य छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दे रही हैं.

श्रेया 2022 में F-1 वीजा पर अमेरिका आई थीं और मास्टर की छात्रा हैं. 29 मई को ठगों ने ICE एजेंट बनकर उन्हें फोन किया और झूठा दावा किया कि उन्होंने इमिग्रेशन नियमों का उल्लंघन किया है. उन्होंने श्रेया को $5,000 के गिफ्ट कार्ड खरीदने और उनके कोड शेयर करने को कहा, वे इसे बॉन्ड बता रहे थे. ठगों ने धमकी दी कि अगर वे ऐसा नहीं करेंगी तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा और निर्वासित कर दिया जाएगा.

श्रेया ने पूरी घटना के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने अपना नाम, बैज नंबर दिया और मुझे ice.gov पर जाकर मैरीलैंड ऑफिस की जानकारी सत्यापित करने को कहा. वहां का फोन नंबर भी सही था, जिससे मैं कन्फर्म कर सकी. इसके बाद उन्हें एक और कॉल आया, जिसमें एक व्यक्ति ने ओलंपिया पुलिस अधिकारी होने का दावा किया और फोन न काटने की चेतावनी दी क्योंकि उनका फोन निगरानी में था.

3 घंटे की कॉल और …

तीन घंटे तक फोन पर बने रहने और बार-बार धमकी मिलने के कारण श्रेया बहुत डरी हुई थीं. उन्होंने कहा – ‘मुझे लगा कि अगर फोन काटा या किसी से बात की तो मेरी परेशानी बढ़ जाएगी. मैं पूरी तरह फंस चुकी थी.’ ठगों के पास श्रेया की निजी जानकारी भी थी, जैसे कि उनका भारतीय शहर, अमेरिका में प्रवेश का तरीका और शिक्षा से जुड़ी जानकारियां. यह जानकारी केवल सरकारी एजेंसियों के पास होती है, जिससे उनका विश्वास मजबूत हो गया.

5 लाख के कर्ज़ में आई छात्रा 

ठगों ने कहा कि अगली सुबह एक पुलिस अधिकारी गिफ्ट कार्ड और बॉन्ड पेपर लेने आएगा, लेकिन वे कभी नहीं आए. इसके बाद श्रेया को खासा आर्थिक नुकसान हुआ क्योंकि वे स्टूडेंट लोन चुका रही हैं और अब उनके ऊपर $5,000 का कर्ज हो गया है. श्रेया ने बताया कि वे अमेरिका में अकेली हैं. ये पैसा उनकी पढ़ाई और फ्यूचर के लए था. इस ठगी ने उनका भविष्य बर्बाद कर दिया.

अब समझा रही है श्रेया 

एक अंतरराष्ट्रीय छात्रा होने के नाते, श्रेया ने बताया कि अमेरिकी सिस्टम को समझना मुश्किल है, जिससे अंतरराष्ट्रीय छात्र ठगी के शिकार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें शर्मिंदगी होती है कि वे इस जाल में फंस गई. हालांकि वे चाहती हैं कि उसकी कहानी से लोग सीख लें. श्रेया अब GoFundMe पर आर्थिक मदद जुटा रही हैं और सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दे रही हैं. वे लोगों को समझा रही हैं कि कोई भी वैध सरकारी एजेंसी फोन पर गिफ्ट कार्ड, बैंक डिटेल्स या सोशल सिक्योरिटी नंबर नहीं मांगेगी. अगर कोई ऐसी मांग करता है, तो यह सीधे तौर पर ठगी है.

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Prateeti Pandey

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें

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3 घंटे की कॉल, धमकी पर धमकी … यूं भारतीय छात्रा को ठगों ने बनाया शिकार!

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