अब्राहम लिंकन और मैरी टॉड की तूफानी शादी: वाशिंगटन में गुस्से का माहौल.

अमेरिका के महान राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन बीवी बहुत उग्र थीं. उनसे खूब झगड़ती थीं. कई बार उन्होंने उन पर हाथ भी उठा दिया. लिंकन की जीवनियों में इसका जिक्र हुआ है. उनका नाम मैरी टॉड था. वह अपने गुस्से में कभी कभी हिंसक हो जाती थीं. लिंकन को डांट-डपट देती थीं. कई बार चीज़ें फेंक भी देती थीं.

मैरी टॉड पढ़ी-लिखी, सामाजिक रूप से प्रभावशाली और जिद्दी महिला थीं. वो लिंकन की कमजोरियों और बेधड़क स्वभाव को लेकर अक्सर चिढ़ जाती थीं. उनके बारे में कहा जाता था कि वो गुस्से में घरों के सामान फेंक देती थीं. एक-दो बार तो उन्होंने लिंकन पर हाथ भी उठाया.

व्हाइट हाउस में मैरी का गुस्सा सबके लिए मुसीबत था

व्हाइट हाउस में भी मैरी का गुस्सा सबके लिए मुसीबत बन गया था. एक बार किसी नौकर ने लिंकन की तारीफ कर दी तो मैरी ने नौकर को डांटकर निकाल दिया. एक बार लिंकन किसी महिला मेहमान से देर तक बात कर रहे थे, तो मैरी ने पार्टी के बीच में झगड़ा शुरू कर दिया. यहां तक कि लिंकन के दोस्त और सहयोगी भी कहते थे, “उस महिला का गुस्सा, उस देश के राष्ट्रपति को भी थरथरा देता है.”

एक बार व्हाइट हाउस के एक डिनर में मैरी ने लिंकन को सबके सामने बुरी तरह डांट दिया था, क्योंकि उन्होंने किसी महिला की तारीफ कर दी थी. (file photo)

एक बार डिनर में सबके सामने बुरी तरह डांटा

लेखक डोरिक केरंस गुडविन की किताब “टीम ऑफ राइवल – द पॉलिटिकल जीनियस ऑफ अब्राहम लिंकन” कहती है, एक बार व्हाइट हाउस के एक डिनर में मैरी ने लिंकन को सबके सामने बुरी तरह डांट दिया था क्योंकि लिंकन ने किसी महिला की तारीफ कर दी थी.इसमें बताया गया है कि मैरी के गुस्से और झगड़े पूरे व्हाइट हाउस स्टाफ और कैबिनेट तक में बदनाम थे.

जब देश युद्ध कर रहा था तो बेतहाशा सरकारी पैसा बहा रही थीं

समय के साथ मैरी का मानसिक संतुलन भी बिगड़ता रहा. उनके कई बच्चों की मौत हो चुकी थी, जिससे वो डिप्रेशन और मानसिक तनाव में रहने लगी थीं. वह बेतहाशा पैसा खर्च करती थीं. युद्धकाल में जब देश की माली हालत खराब थी, वो लाखों डॉलर के कपड़े और सजावट का सामान मंगवाती थीं.

उनकी ये आदत और अंधविश्वास भी लिंकन को बहुत परेशान करता था. हद तो तब हो गई जब लिंकन की हत्या के बाद उनका मानसिक संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया. उन्हें मानसिक अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. कई इतिहासकारों का मानना है कि उनके और लिंकन के रिश्ते में तकरार और झगड़े हमेशा बने रहे.

इतिहासकार डोरिस की चर्चित किताब Team of Rivals में मैरी के इस स्वभाव का ज़िक्र किया है. उन्होंने लिखा, “मैरी टॉड के गुस्से से वाशिंगटन थर्राता था (file photo)

गुस्से से वाशिंगटन थर्राता था

इतिहासकार डोरिस की चर्चित किताब Team of Rivals में मैरी के इस स्वभाव का ज़िक्र किया है. उन्होंने लिखा, “मैरी टॉड के गुस्से से वाशिंगटन थर्राता था, और अब्राहम लिंकन खुद उससे बचने की कोशिश करते रहते थे.” अब्राहम लिंकन जितने शांत और सहनशील थे, मैरी टॉड उतनी ही उग्र और चिड़चिड़ी. उनकी शादी को कई बार तूफानी रिश्ता कहा गया.

इतिहासकार माइकल बर्लिंगेम ने अपनी पुस्तक एन अमेरिकन मैरिज – द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अब्राहम लिंकन एंड मैरी टॉड (An American Marriage: The Untold Story of Abraham Lincoln and Mary Todd) में लिखा है कि लिंकन कभी-कभी मैरी के गुस्से से बचने के लिए घर से बाहर चले जाते थे. एक बार उन्होंने एक पड़ोसी से कहा, “मैरी को फिर से उसका दौरा पड़ा है, मुझे लगता है कि मुझे कुछ दिनों के लिए बाहर रहना चाहिए. क्या आप मुझे एक साफ शर्ट दे सकते हैं?” ये बात लिंकन के धैर्य और मैरी के तीव्र स्वभाव को दर्शाता है।

गुस्से में तेल का लैंप फेंककर मारा

कैथरीन क्लिंटन की किताब “मिसेज लिंकन – ए लाइफ” (Mrs. Lincoln: A Life) में कहा गया तो मैरी टॉड लिंकन का गुस्सा इतना तेज़ था कि एक बार उन्होंने लिंकन पर तेल का लैंप फेंक दिया था, क्योंकि लिंकन किसी महिला मित्र से मिलने चले गए थे. इस किताब में मैरी के मूड स्विंग्स, हिंसक गुस्से और लिंकन के साथ झगड़ों का बहुत विस्तार से ज़िक्र है.

अब्राहम लिंकन सही मायनों में मैरी से शादी नहीं करना चाहते थे. इसी वजह से एक बार सगाई तोड़ भी दी लेकिन नियति और हालात ऐसे बने कि उन्हें उनसे शादी करनी ही पड़ी. (file photo)

एक बार तो गुस्से में चाकू उठा लिया

कई संस्मरणों में कहा गया है कि मैरी ने एक बार गुस्से में चाकू उठाया था. हालांकि ये बात 100% प्रमाणित नहीं, मगर दर्ज़ संस्मरणों में मिलती है. कुछ गवाहों के हवाले से लिखा गया कि मैरी के गुस्से के डर से लिंकन कई बार घर से बाहर ही सो जाते थे.

एक बार तो दोनों की सगाई टूट चुकी थी

लिंकन ने मैरी टाड के साथ बेमन से शादी की थी. ये जानते हुए भी कि दोनों एक दूसरे के एकदम उलट हैं. एक बार उनकी सगाई टूट भी गई, लेकिन मैरी आमादा थीं कि वो शादी करेंगी तो उन्हीं से. येन-केन प्रकारेण उन्होंने ऐसा कर भी लिया. किताब ‘लिंकन द अननोन’ में लेखक डेल कारनेगी लिखते हैं कि लिंकन ने जब पहली बार सगाई तोड़ी थी तो उनका यही मानना था कि अगर शादी हुई तो विनाशकारी होगी.

…पर शादी मैरी से ही हुई जो विनाशकारी रही

इसे नियति ही कहना चाहिए कि उनकी शादी मैरी से ही हुई, जो विनाशकारी ही रही. मैरी जितनी आक्रमक और कलहपूर्ण थीं. वह उतने ही शांत और साधारण थे. पत्नी से बचने के लिए आमतौर पर घर से दूर रहने की कोशिश करते थे. रातें आफिस में बिताते थे. न जाने कैसे मैरी को ये आत्मविश्वास था कि उनका पति एक दिन जरूर अमेरिका का राष्ट्रपति बनेगा.

उनकी पत्नी सबसे बदनाम शख्सियत बन गईं

अजीब विरोधाभास है कि लिंकन को बाद के बरसों में जितना सराहा गया और सम्मान मिला, उनकी पत्नी को उतनी ही बदनामी. उनके निधन के बाद उन्होंने अपने लिए ज्यादा पैसे की मांग की. बीमारी के नाम पर फर्जी बिल देकर कांग्रेस से पैसे की मांग की. यही नहीं बाद में उन्होंने ये भी कहा कि वह कर्जों में डूब गई हैं, लिहाजा ये अमरिका सरकार की ड्यूटी बनती है कि वो उनको इससे उबारे और उन्हें जीवन गुजारने के लिए पैसा दे. वह राष्ट्रपति भवन से जाते समय वहां से कई कीमती सामान भी उठा ले गईं. मैरी को राष्ट्रपतियों की सबसे लालची और खुदगर्ज पत्नी के रूप में याद किया गया.

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