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Common Krait: कॉमन करैत सांप को कोबरा से भी खतरनाक माना जाता है. सबसे खास बात ये कि ये रात में ही निकलता है. काले या भूरे रंग का होने के कारण दिखता नहीं. बेहद तेज होता है और इसका डसना तो पता ही नहीं चलता..

कॉमन करैत सांप.
हाइलाइट्स
- करैत सांप को ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है
- कोरबा में करैत सांप के काटने से कई मौतें हुई हैं
- सोने से पहले कमरे और बिस्तर की जांच करें
Korba News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की प्राकृतिक सुंदरता में जहां दुर्लभ वन्यजीवों का वास है, वहीं एक खामोश खतरा भी मंडराता है. इसे करैत सांप कहते हैं. छत्तीसगढ़ में इसे ‘साइलेंट किलर’ के नाम से भी जाना जाता है. यह अकेले कोरबा में कई लोगों की जान ले चुका है. जिले में कई प्रकार के सांप पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ दुर्लभ हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, करैत सबसे विषैला सांप है और इसके काटने से सबसे अधिक मौतें होती हैं. यह सांप रात के अंधेरे में निकलता है और इसके काटने पर अक्सर मच्छर के काटने जैसा एहसास होता है. लेकिन, इसके परिणाम गंभीर होते हैं.
सोते हुए लोगों को कटता है…
स्नेक रेस्क्यू एक्सपर्ट जितेंद्र सारथी बताते हैं कि कोरबा में सांप काटने से होने वाली अधिकांश मौतें कोबरा और करैत के काटने से होती हैं. करैत को ‘साइलेंट किलर’ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह रात में घूमता है. अक्सर बिस्तर पर सोते हुए लोगों को काट लेता है. नींद में होने के कारण व्यक्ति को लगता है कि उसे चींटी या मच्छर ने काटा है. वह ध्यान नहीं देता, जिससे स्थिति गंभीर हो जाती है. करैत का जहर कोबरा से भी ज्यादा विषैला होता है.
सोने से पहले करें ये काम
सारथी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. कहा, मौसम में बदलाव शुरू हो गया है. मानसून आने वाला है, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. सुझाव दिया कि सोने से पहले अपने कमरे और आसपास के क्षेत्र की अच्छी तरह से जांच कर लें. बिस्तर की सफाई करने के बाद ही सोने जाएं.
तुरंत डॉक्टर के पास जाएं..
किसी भी सांप के काटने की स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं. झाड़-फूंक के चक्कर में समय बर्बाद न करें, क्योंकि करैत के जहर का असर बहुत तेजी से होता है. तत्काल चिकित्सा ही जान बचा सकती है. सावधानी बरतकर और सही समय पर इलाज कराकर, करैत के काटने से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है.