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उदयपुर में रमेश लोहार ने ‘दृश्यम’ और ‘क्राइम पेट्रोल’ से प्रेरित होकर 70 वर्षीय चांदी बाई की हत्या की और शव के टुकड़े कर जला दिया. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.

दृश्यम देखकर बना कातिल (image credit-canva)
हाइलाइट्स
- दृश्यम देखकर बना कातिल
- बुजुर्ग महिला की हत्या कर शव जलाया
- सबूत मिटाने के लिए पिघला दिए गहने
उदयपुर: उदयपुर से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक शख्स ने ‘दृश्यम’ फिल्म और ‘क्राइम पेट्रोल’ से प्रेरणा लेकर 70 साल की एक बुजुर्ग महिला के साथ कुछ ऐसा किया, जिसे जान आपकी भी रूह कांप जाएगी. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
घटना की शुरुआत 23 फरवरी को हुई, जब चांदी बाई नाम की वृद्ध महिला के लापता होने की शिकायत उनके भतीजे सुंदरलाल ने फतेहनगर थाने में दर्ज कराई थी. लेकिन इस गुमशुदगी की परतें तब खुलीं जब अप्रैल में SC/ST एक्ट और भारत न्याय संहिता (BNS) के तहत एफआईआर दर्ज की गई और ASP मनीष कुमार ने इसकी तफ्तीश शुरू की. जांच में सामने आया कि चांदी बाई को आखिरी बार 22 फरवरी को उनके घर के पास देखा गया था. देखने वालों ने बताया कि उन्हें एक सिल्वर रंग की वैन में ले जाया गया था. पुलिस ने जब CCTV कैमरे की जांच की, तो यह वैन रमेश लोहार की पाई गई, जो पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड वाला था.
‘ड्रिश्यम’ देखकर बना हत्यारा
रमेश को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपने जुर्म कबूल कर लिए. उसने बताया कि वो ‘दृश्यम’ और ‘क्राइम पेट्रोल’ को देखकर उसने घटना को अंदाज दिया. उसने बताया कि 9 जनवरी को एक पारिवारिक समारोह में उसने पहली बार चांदी बाई के गहनों को देखा और उसे चोरी करने का प्लान बनाया. 22 फरवरी को वह उन्हें अपनी वैन में बैठाकर ले गया, घंटों घुमाया और रात होने का इंतजार करता रहा. फिर उसने रिंच से वार कर हत्या की, गहने लूटे और शव के टुकड़े कर उन्हें एक कचरा डंपिंग यार्ड में जला दिया.
गहने पिघलाए, पुलिस को गुमराह किया
रमेश ने कुछ गहनों को बेच दिया, जबकि बाकी को पिघलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की. उसकी पत्नी ने बताया कि वह ‘दृश्यम’ और ‘क्राइम पेट्रोल’ को लेकर बहुत देखता था. जांच को भटकाने के लिए रमेश ने पुलिस को जानवरों की हड्डियां दिखाईं, ताकि उन्हें लगे कि यह इंसानों की हड्डियां. लेकिन डीएनए जांच में स्पष्ट हो गया कि वे हड्डियां चांदी बाई की ही थीं.