10 साल बाद खंडहर बन गए अटल आवास! दरवाजे-खिड़कियां गायब, खरीदने वाला कोई नहीं

Last Updated:

Atal Awas Yojana: छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा बनाए गए 90 अटल आवासों में केवल कुछ ही बिक पाए हैं. मोहारा गांव में स्थित इन मकानों की हालत जर्जर हो चुकी है.

X

अटल

अटल आवास योजना

हाइलाइट्स

  • अटल आवास योजना के मकान जर्जर हो गए हैं.
  • मोहारा गांव में 90 में से केवल 4-5 मकान बिके हैं.
  • गांव से दूर होने के कारण लोग मकान नहीं खरीद रहे हैं.

राजनांदगांव. राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक अंतर्गत आने वाले मोहारा गांव के पास छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल ने लगभग 90 अटल आवास मकान का निर्माण कराया है,90 अटल आवास में महज 4 से 5 ही मकान बिक पाए हैं और यह अटल आवास अब पूरी तरीके से जर्जर और खंडहर में तब्दील होता नजर आ रहा है. दरवाजे खिड़कियां गायब हैं, गांव से दूर बने होने के कारण इसको हितग्राही लेने में इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं.छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की लापरवाही का यह अटल आवास एक जीता जागता उदाहरण है।छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के द्वारा गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाने के लिए यह अटल आवास का निर्माण लगभग 10 साल पूर्ण कराया गया था लेकिन गांव से दूर होने के कारण इस हाउसिंग बोर्ड के मकान को लेने में हितग्राही इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे है. दो कमरे के इस मकान को लेना लोग पसंद नहीं कर रहे हैं जिसके कारण यह पूरी तरीके से जर्जर हो गया है दरवाजे खिड़कियां गायब हो गई हैं और मकान में दरार आना शुरू हो गया है और यह खंडहर में तब्दील हो गया है,असामाजिक तत्वों का डेरा यहां रहता है मकान पूरी तरीके से जर्जर हो गया है दरारें आ गई हैं.

छत्तीसगढ़ का निर्माण मंडल द्वारा इसे बेचने के लिए छूट भी दी जा रही है लेकिन लोग इसे खरीदने रुचि नहीं दिख रहे हैं,जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के मोहारा में बने अटल आवास में 560 वर्ग फीट में इसे बनाया गया है जिसमें प्लींथ एरिया 280 वर्ग फीट है और 147000 से 154000 के बीच रेट रखा गया है इस मकान को बिक्री को लेकर बोर्ड भी लगाया गया है और नंबर भी जारी किए गए हैं लेकिन मकान जर्जर होने और सुविधा नहीं होने के कारण लोग इसे लेना पसंद नहीं कर रहे हैं,वहीं मकान को लेने वाले हितग्राही का कहना है कि यहां कोई सुविधा नहीं है. मकान जर्जर हो चुके हैं खुद के पैसे से इसकी मरम्मत हमारे द्वारा की जा रही है. वहीं कलेक्टर डां सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा कि इस संदर्भ में जिले में एक दो जगह और ऐसे इसमें पूर्व में पत्राचार हाउसिंग बोर्ड के साथ हुआ है और इसको लेकर पत्राचार किया जाएगा इसको निर्णय लेने के लिए हाउसिंग बोर्ड सक्षम ह.

वहीं इस पूरे मामले को लेकर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अधिकारी कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए।छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की लापरवाही और देख रेख नहीं होने के कारण अब यह लाखों करोड़ों रुपए के बनाए गए अटल आवास जर्जर होते जा रहे हैं,खिड़की दरवाजे सभी गायब हो चुके हैं इसके साथी बिजली के लिए लगाए गए वायरिंग भी खराब होते जा रहे हैं,लगभग 90 मकान में से कुछ ही बिक पाए हैं गांव से दूर होने और सुविधा नहीं होने के कारण लोग इसको लेने में रुचि नहीं दिख रहे हैं,जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर डोंगरगढ़ ब्लॉक के मोहारा गांव में इसका निर्माण किया गया है अटल आवास के मकान की स्थिति जर्जर हो गई है.

authorimg

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Producer for Local 18 at News18, bringing over one years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology.He has worked as…और पढ़ें

Anuj Singh serves as a Content Producer for Local 18 at News18, bringing over one years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology.He has worked as… और पढ़ें

homechhattisgarh

10 साल बाद खंडहर बन गए अटल आवास! दरवाजे-खिड़कियां गायब, खरीदने वाला कोई नहीं

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *