कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विदेश में एक चीज काफी प्रचलित है जो कि मुझे पसंद नहीं है। विदेशों में कम कपड़े पहनने वाली लड़कियों को सुंदर माना जाता है, लेकिन हमारे देश में महिलाओं को देवी का स्वरूप माना जाता है, वे अच्छे कपड़े पहने, अच्छे गहने पहने, अच्छा श्रृंगार करे। कहा जाता है कि कम कपड़े पहनने वाली लड़की सुंदर होती है, उसी तरह कम भाषण देने वाला नेता भी अच्छा होता है, लेकिन मैं इस कहावत को नहीं मानता।
उन्होंने कहा कि कई बार कार्यक्रम के दौरान कुछ लड़कियां सेल्फी खिंचवाने के मकसद से मेरे पास आती हैं तो मैं साफतौर पर मना कर देता हूं। मैं उनसे कहता हूं कि अच्छे कपड़े पहन कर आना। कैलाश विजयवर्गीय के कम कपड़े को लेकर दिए बयान के बाद सियासत भी तेज हो गई है।