Chhattisgarh News: मुक्तांजलि एंबुलेंस घोटाला, कुवारे लड़के को बनाया पिता, फिर कागजों में नवजात को दे दी मौत

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Raipur News: छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवाएं विभाग में एंबुलेंस सेवा मुक्तांजलि योजना 1099 में फर्जी बिलिंग और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने जांच के आदेश दिए हैं.

मुक्तांजलि एंबुलेंस घोटाला, कुवारे लड़के को बनाया पिता, फिर नवजात को दी मौत

छत्तीसगढ़ में एंबुलेंस सर्विस के नाम पर घोटाला.

हाइलाइट्स

  • छत्तीसगढ़ में एंबुलेंस सर्विस के नाम पर घोटाला
  • फर्जी बिलिंग से करोड़ों का फ्रॉड
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कही जांच की बात

आकाश शुक्ला

रायपुर. छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवाएं विभाग में एंबुलेंस सेवा मुक्तांजलि योजना 1099 के नाम पर फर्जी बिलिंग भ्रष्टाचार का सिलसिला थम नहीं रहा. एंबुलेंस सेवा में भ्रष्टाचार और बड़े कमीशन की लालच में करने स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के अधिकारियों ने कुंवारे लड़के को ही कागजों में पिता बना दिया. उसके एक साल के बच्चे की मौत बताकर फर्जी बिलिंग कराई गई. दरअसल केस ID 257049 के बिल से बिलिंग हुई. बिल में रामबाई के एक दिन नवजात की मृत्यु होने पर उसे अंबिकापुर से कोरिया छोड़ना बताया गया और राशि निकली गई. इसमें मृत नवजात के पिता का नाम दशरू लिखा है.

News18 ने बिल की पड़ताल की तो शख्स ने बताया कि वह किसी दशरू को नहीं जानता है. उसका नाम विजेंदर सिंह है और शादी ही नहीं हुई. ऐसे सैकड़ों केस में फर्जी बिलिंग कर सरकार को हर महीने चूना लगाने का खेल स्वास्थ्य अधिकारी कर रहे हैं. भ्रष्टाचार में लिप्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और एंबुलेंस एजेंसी को बचाने लिखित शिकायत के बाद भी गुमराह कर रहे.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा जांच की बात

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने मुक्तांजलि एंबुलेंस सेवा में भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि फर्जी बिलिंग घोटाले में मैंने जांच के लिए कहा था. स्वास्थ्य संचालक प्रियंका शुक्ला ने जांच कराया और मामले को क्लीनचिट दे दिया. मैंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया को फिर से जांच के लिए निर्देशित किया है. दोषी अधिकारी और कैंप एजेंसी पर कार्रवाई की बात कही है.

एंबुलेंस 1099 और 102 में 100 करोड़ के भ्रष्टाचार की शिकायत
स्वास्थ्य विभाग में कैंप एजेंसी से संचालित मुक्तांजलि एंबुलेंस 1099 और 102 में 100 करोड़ के गड़बड़ी की लिखित शिकायत विश्व हिंदू परिषद, बजरंगदल ने CM से लेकर ACB, EOW में की है, जिसमें नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन, कैंप एजेंसी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और कठोर कार्रवाई की मांग की गई है. शिकायतकर्ताओं ने कहा कि एंबुलेंस सेवा गरीब मरीजों को सुविधा देने के लिए सरकार ने लाया, लेकिन धांधली कर उसे स्वास्थ्य अधिकारियों ने कमाई का जरिया बना लिया है.

DME के संविदा शिक्षक की DHS में पोस्टिंग पर भी आपत्ति
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. कमलेश जैन DME (डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन) के तहत रायपुर मेडिकल कॉलेज में सह प्राध्यापक के पद पर पदस्थ हैं. जबकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं विभाग में अटैच कर 20 से अधिक कार्यक्रमों की जिम्मेदारी दी गई है और डिप्टी डायरेक्टर को मिलने वाली सुविधाएं भी दी जा रही है. जबकि संविदा कर्मचारी के प्रतिनियुक्ति का नियम ही नहीं हैं. एंबुलेंस सेवा में भ्रष्टाचार पर नोडल अधिकारी जैन ने कुछ भी कहने से मना कर दिया है.

मामले को लेकर जब एंबुलेंस कंपनी कैंप के 1099 के प्रभारी अधिकारी विनोद पांडेय, 102 के अभिषेक राजपूत और कैंप एजेंसी के तहत एंबुलेंस सेवा के अधिकारी जेआर तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे स्वस्थ्य विभाग में एंबुलेंस के नोडल अधिकारी और स्वास्थ्य संचालक से कॉर्डिनेट करते हैं. अनियमितता के मामले में वहीं बेहतर जानकारी देंगे.

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Preeti George

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various … और पढ़ें

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