COVID-19 : कोरोना वायरस क्या फिर मचाएगा तबाही? बाबा वेंगा ने की डराने वाली भविष्यवाणी

भारत में कोविड-19 के मामले एक बार फिर धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं और इसी बीच एक पुरानी भविष्यवाणी फिर से चर्चा में आ गई है. यह भविष्यवाणी जापान की प्रसिद्ध मंगा कलाकार रयो तात्सुकी और ‘जापान की बाबा वेंगा’ कहे जाने वाली हस्ती से जुड़ी है. कहा जा रहा है कि उन्होंने कोविड-19 जैसे एक घातक वायरस के दोबारा लौटने की भविष्यवाणी वर्षों पहले कर दी थी.

रयो तात्सुकी ने 1999 में ‘द फ्यूचर ऐज़ आई सी इट’ नाम की किताब लिखी थी, जिसमें उन्होंने अपने सपनों के आधार पर कुछ भविष्यवाणियां की थीं. उन्होंने कहा था कि 2020 में एक अज्ञात वायरस आएगा, जो अप्रैल में चरम पर पहुंचकर कुछ समय के लिए गायब हो जाएगा, लेकिन 10 साल बाद वह फिर लौटेगा और अधिक विनाश लेकर आएगा. उनकी इस भविष्यवाणी को लोग कोविड-19 से जोड़ रहे हैं, और मौजूदा मामलों में इजाफे को उस भविष्यवाणी की आहट माना जा रहा है.

क्या तात्सुकी की भविष्यवाणी में सच्चाई है?

तात्सुकी ने न सिर्फ कोविड की वापसी की चेतावनी दी थी, बल्कि उन्होंने 2020 की पहली लहर को भी पहले ही अपने सपनों में देख लिया था. ऐसा दावा उनकी किताब में किया गया है. उन्होंने कहा था कि ‘एक रहस्यमयी वायरस 2020 में उभरेगा और फिर 2030 में और भी विनाशकारी रूप में लौटेगा.’

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लोग इस भविष्यवाणी को बाबा वांगा की भविष्यवाणियों के समान मान रहे हैं. बाबा वांगा वही हैं, जिन्होंने कथित रूप से COVID-19, प्रिंसेस डायना की मौत, फ्रेडी मर्करी के निधन और कई अन्य घटनाओं की भविष्यवाणी की थी.

विशाल सुनामी की भी चेतावनी

बाबा वांगा की एक और भविष्यवाणी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. उन्होंने कहा था कि जुलाई 2025 में जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र में एक जबरदस्त विस्फोट होगा, जिससे 2011 से तीन गुना बड़ी सुनामी आएगी. उन्होंने इसे समुद्र के ‘उबाल’ से जोड़ते हुए कहा था कि यह प्राकृतिक घटना जापान को हिला कर रख देगी.

कोविड फिर लौट रहा है क्या? भारत में क्या हालात हैं?

भारत में फिलहाल कोविड-19 के मामलों में जो उछाल देखा जा रहा है, उसे लेकर फिलहाल चिंता की स्थिति नहीं है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बेहल ने सोमवार को बताया कि अभी तक सामने आए मामलों की गंभीरता बेहद कम है और घबराने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि पश्चिम और दक्षिण भारत से लिए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि ये नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट हैं. इनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 जैसे प्रकार शामिल हैं, जो कम गंभीर माने जा रहे हैं.

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली में पिछले सप्ताह 104 मामले सामने आए, जबकि केरल 430 और महाराष्ट्र में 209 नए मामले दर्ज किए गए. पूरे भारत में कुल 1,009 सक्रिय मामले हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल से 12, राजस्थान से 13, उत्तर प्रदेश से 15, तमिलनाडु से 69, कर्नाटक से 47 और गुजरात से 83 मामले सामने आए हैं. हालांकि, अधिकांश मामले हल्के लक्षणों वाले हैं और इन्हें होम आइसोलेशन में ही संभाला जा रहा है.

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