राजस्थान भरतपुर में 400 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा : cyber fraud in rajasthan bharatpur 400 crore scam police exposed mba mastermind arrested


Last Updated:

Cyber Crime News: राजस्थान के भरतपुर में 400 करोड़ की साइबर ठगी का मामला सामने आया, जिसमें MBA पास रविंद्र सिंह और सॉफ्टवेयर इंजीनियर शशिकांत मास्टरमाइंड निकले. अनपढ़ दंपती के नाम पर फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड थी…और पढ़ें

50 करोड़ संपत्ति का मालिक निकला ठग... साइबर ठगी का मास्टरमाइंड निकला MBA पास

राजस्थान के भरतपुर में साइबर ठगी का अनोखा मामला.

हाइलाइट्स

  • MBA पास रविंद्र सिंह और इंजीनियर शशिकांत मास्टरमाइंड निकले.
  • 400 करोड़ की साइबर ठगी में अनपढ़ दंपती के नाम पर फर्जी कंपनियां.
  • पुलिस ने 4 करोड़ रुपये के फर्जी खाते फ्रीज किए.

Cyber Crime News: राजस्थान के भरतपुर से एक हैरान करने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसने पुलिस और साइबर एजेंसियों को चौंका दिया. इस 400 करोड़ रुपये की हाईटेक ठगी के पीछे एक अनपढ़ दंपती के नाम पर रजिस्टर्ड कंपनियां सामने आईं, लेकिन असली मास्टरमाइंड एक MBA पास शख्स और उसका सॉफ्टवेयर इंजीनियर भांजा निकला. इस मामले ने न केवल साइबर अपराध की जटिलता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे अपराधी सामान्य लोगों का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर ठगी को अंजाम दे रहे हैं.

पुलिस की जांच में पता चला कि ठगी का यह रैकेट दिल्ली के एक छोटे से कमरे में रहने वाले मजदूर दंपती के नाम पर चल रहा था. यह दंपती इतना अनपढ़ था कि वे अपना नाम तक नहीं लिख सकते थे. उनके पास न तो पंखा था और न ही बेड, फिर भी उनके नाम पर करोड़ों की कंपनी रजिस्टर्ड थी. पुलिस जब उनके घर पहुंची तो चटाई पर लेटे इस दंपती की स्थिति देखकर हैरान रह गई. पूछताछ में सामने आया कि इनका इस ठगी में कोई सीधा हाथ नहीं था, बल्कि इन्हें महज एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया गया.

साइबर ठगी का अनोखा मामला

इस साइबर ठगी का असली मास्टरमाइंड रविंद्र सिंह है, जो MBA पास है, और उसका भांजा शशिकांत, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. इन दोनों ने मिलकर चार राज्यों में फर्जी कंपनियां रजिस्टर कीं और उनके जरिए 400 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया. डायरेक्टर राजेश कुमार की तकनीकी सहायता से पुलिस ने इस रैकेट का पर्दाफाश किया. जांच में अब तक 4 करोड़ रुपये के फर्जी खाते फ्रीज किए गए हैं, और आशंका है कि ठगी की रकम 1000 करोड़ तक पहुंच सकती है.

MBA निकला मास्टरमाइंड

पुलिस के अनुसार, यह ठगी इतने सुनियोजित ढंग से की गई थी कि सामान्य लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं हुआ. रविंद्र और शशिकांत ने तकनीकी जानकारी और फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल कर लोगों को निवेश के नाम पर झांसा दिया. अनपढ़ दंपती जैसे लोगों के नाम पर खाते खोलकर इनका पैसा ट्रांसफर किया जाता था, जिससे असली अपराधियों का पता लगाना मुश्किल हो जाता था.

यह मामला साइबर क्राइम के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करता है. पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है और साइबर एजेंसियां इसकी गहराई से जांच कर रही हैं. यह खबर आम लोगों के लिए एक चेतावनी है कि निवेश से पहले पूरी सावधानी बरतें और किसी भी आकर्षक ऑफर पर आंख मूंदकर भरोसा न करें.

homecrime

50 करोड़ संपत्ति का मालिक निकला ठग… साइबर ठगी का मास्टरमाइंड निकला MBA पास



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *