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Delhi Encounter News: दिल्ली पुलिस ने व्यापारी अरुण लोहिया की हत्या के मामले में शेख सराय इलाके में मुठभेड़ के बाद दीपक और उसके साथी को गिरफ्तार किया. मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल हुए.

दोनों आरोपियों को पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया है. (सांकेतिक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- दिल्ली पुलिस ने शेख सराय में मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को गिरफ्तार किया.
- व्यापारी अरुण लोहिया की हत्या के मामले में दीपक और साथी गिरफ्तार.
- मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल, अस्पताल में भर्ती.
नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने शेख सराय इलाके में गोलीबारी के बाद व्यापारी अरुण लोहिया की हत्या से जुड़े दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया. दक्षिणी दिल्ली के शेख सराय इलाके में बुधवार देर रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो बदमाश घायल हो गए. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि दोनों बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार थे और पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन अपराधियों ने कथित तौर पर गोलियां चला दीं जिसके बाद पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की. अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान कई गोलियां चलीं. उन्होंने बताया कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
व्यवसायी की हत्या में शामिल आरोपी
24 वर्षीय व्यवसायी अरुण लोहिया की 15 मई को दिल्ली के छतरपुर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह अपने पिता के साथ साकेत कोर्ट से आया नगर स्थित अपने घर जा रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने उनकी गाड़ी रोक ली. हमलावरों ने लोहिया पर करीब 10 से 12 गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. यह क्रूर हत्या मर्डर के एक मामले में अपना बयान दर्ज कराने के ठीक बाद हुई, जिससे लगता है कि यह बदले या संपत्ति से जुड़े विवाद की वजह से हुई है. पुलिस सूत्रों से पता चलता है कि दीपक और उसका साथी सीधे तौर पर हत्या में शामिल थे.
यह मुठभेड़ हाल के हफ्तों में शहर भर में आपराधिक तत्वों पर दिल्ली पुलिस द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है. 3 जून को हिमांशु भाऊ गिरोह के एक शार्पशूटर दीपक धनखड़ को बेगमपुर में मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया था. वह रोहतक में एक हत्या के सिलसिले में वॉन्टेड था. इसी तरह, पुलिस ने जैतपुर और कालिंदी कुंज में लगातार मुठभेड़ की, जिसमें कई वॉन्टेड अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक दिव्यांग महिला का अपहरण और हत्या का आरोपी भी शामिल है.
दिल्ली में पुलिस की ऐसी कार्रवाइयों में तेजी देखी गई है क्योंकि अधिकारी गैंग हिंसा और सड़क अपराध पर लगाम लगाने के प्रयासों में तेजी ला रहे हैं. हालांकि मुठभेड़ों से जोखिम पैदा होता है, लेकिन कानून प्रवर्तन अधिकारी कहते हैं कि संगठित आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने और सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार के लिए ऐसे उपाय आवश्यक हैं.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें