दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का अतिक्रमण विरोधी अभियान: 11,361 चालान, 302 वाहन जब्त.


Delhi Traffic News: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी में ट्रैफिक जाम और सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 19 से 21 मई 2025 तक एक विशेष अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया. तीन दिनों तक लगातार चले इस अभियान के दौरान कुल 11,361 चालान काटे गए और 302 वाहनों को क्रेन द्वारा जब्त किया गया. यह कार्रवाई राजधानी के भीड़भाड़ वाले और प्रमुख सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से की गई.

इस अभियान के तहत जिन मुख्य मार्गों पर कार्रवाई की गई, उनमें अर्जुन पथ (जीजीआर फ्लाईओवर से आरटीआर), महिपालपुर मार्केट, साउथ कैंपस रिंग रोड, सरोजिनी नगर मार्केट, नेल्सन मंडेला रोड, द्वारका रोड, आर.के. पुरम, कनॉट प्लेस, खान मार्केट, भगवांदास रोड, टॉल्स्टॉय रोड और जनपथ मार्ग सहित कई अन्य प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं. इन मार्गों पर आमतौर पर भारी पैदल यातायात और वाहनों की आवाजाही देखी जाती है, जिससे अतिक्रमण के कारण अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.

अभियान के दौरान ट्रैफिक डीसीपी (नई दिल्ली रेंज) राजीव रावल ने स्वयं विभिन्न स्थलों का दौरा किया और देखा कि इन सड़कों पर अवैध रूप से खड़े वाहन, ऑटो-रिक्शा, ई-रिक्शा, ठेले व फेरीवालों द्वारा अतिक्रमण किया गया था. इससे सड़कों की चौड़ाई घट गई थी और पैदल चलने वालों को भी रास्ता नहीं मिल रहा था.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी रावल के नेतृत्व में एसीपी और संबंधित टीआई ने एक संयुक्त रणनीति बनाई और अभियान की शुरुआत की. 19 मई को अभियान की शुरुआत के बाद लगातार तीन दिन तक कार्रवाई जारी रही. अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान अधिकांश अवैध कब्जे हटा दिए गए और उल्लंघनकर्ताओं पर प्रासंगिक कानूनों के तहत कानूनी कार्यवाही भी की गई.

अभियान के सफल निष्पादन के बाद दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि अब इन प्रमुख मार्गों पर यातायात सुचारु रूप से चलने लगा है और जनता को राहत महसूस हो रही है. अभियान की सफलता को ‘पहले और बाद’ की तस्वीरों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है, जिससे स्पष्ट होता है कि अतिक्रमण हटाए जाने के बाद सड़कें कितनी अधिक व्यवस्थित हो गई हैं.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक, जोन-2) दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि यह अभियान अब नियमित रूप से चलाया जाएगा ताकि अतिक्रमण की पुनरावृत्ति रोकी जा सके और दिल्ली की सड़कों को यातायात जाम से मुक्त किया जा सके.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *