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Elon Musk VS Donald Trump: राष्ट्रपति ट्रंप और एलन मस्क के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. ट्रंप प्रशासन मस्क के खिलाफ कई जांचें शुरू कर सकता है, जिससे मस्क की कंपनियों को नुकसान हो सकता है.

डोनाल्ड ट्रंप और मस्क में टकराव देखा जा रहा है.
हाइलाइट्स
- ट्रंप प्रशासन मस्क के खिलाफ कई जांचें शुरू कर सकता है
- मस्क की कंपनियों पर संघीय जुर्माने और मुकदमेबाजी का खतरा
- मस्क की सुरक्षा मंजूरी रद्द होने से आर्थिक नुकसान हो सकता है
वाशिंगटन: अमेरिका की राजनीति में इन दिनों एक नई खींचतान सुर्खियों में है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेक्नोलॉजी टाइकून एलन मस्क के बीच गहराता विवाद अब जांच एजेंसियों की फाइलों तक पहुंच गया है. सूत्रों के अनुसार, ट्रंप प्रशासन मस्क के खिलाफ कई जांचों को हरी झंडी दे सकता है, जो न सिर्फ मस्क की कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी, बल्कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी नई बहस छेड़ सकती है. अमेरिकी खुफिया और जांच एजेंसियों ने एलन मस्क से जुड़ी तमाम फाइलें वाइट हाउस को भेज दी हैं. इससे लगता है कि ट्रंप से पंगा लेकर मस्क बुरी तरह फंस गए हैं. शायद यही कारण है कि मस्क एक बार फिर ट्रंप के समर्थन में दिख रहे हैं. लॉस एंजेलिस में होने वाले दंगे को लेकर ट्रंप के समर्थन में मस्क ने पोस्ट किया है.
व्यापारिक जंग या साजिश?
फेडरल ट्रेड कमिशन के दायरे में मस्क का एक और मामला सामने आया है जिसमें उन्होंने कई विज्ञापनदाताओं पर एक्स के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. मस्क का कहना है कि इन कंपनियों ने संगठित रूप से उनके प्लेटफॉर्म का बहिष्कार करने की योजना बनाई थी. इसके अलावा मस्क की कंपनी स्पेसएक्स फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन से सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए नए स्पेक्ट्रम की मांग कर रही है, लेकिन इसे सुरक्षा कारणों से ठुकराया जा सकता है.
मस्क और ड्रग्स कनेक्शन?
सुरक्षा मंजूरी रद्द?
सूत्रों का कहना है कि ट्रंप मस्क की सुरक्षा मंजूरी को रद्द करने की भी योजना बना रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो मस्क और उनकी कंपनियों के लिए सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करना मुश्किल हो जाएगा. इससे मस्क को लगभग 3 अरब डॉलर तक का आर्थिक नुकसान हो सकता है.
क्या अमेरिका की सुरक्षा भी दांव पर है?
माना जा रहा है कि ट्रंप और मस्क के बीच यह टकराव सिर्फ व्यक्तिगत या कारोबारी नहीं, बल्कि यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है. दोनों के बीच बिगड़ते रिश्ते किसी बड़े भूचाल की ओर इशारा कर रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि राष्ट्रपति ट्रंप को इस पूरे मामले में बेहद संतुलित और दूरदर्शी कदम उठाने होंगे, क्योंकि यह मामला सिर्फ मस्क तक सीमित नहीं, बल्कि अमेरिका की छवि और हितों से भी जुड़ा हुआ है.

योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने… और पढ़ें