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अभावों से भरे रेगिस्तानी गांव की किसान बेटी मंजू चौधरी ने साइक्लिंग में अपनी मेहनत और जुनून से सबको हैरान कर दिया. एक साल में 5 मेडल जीतने वाली मंजू ने पिछले साल सिर्फ 4 सेकंड के फासले से पीछे रहने के बाद भी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है.

पश्चिम राजस्थान की एक बेटी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद साइक्लिंग में अपना लोहा मनवाते हुए नेशनल में गोल्ड मेडल जीता है. किसान बेटी मंजू चौधरी ने साइक्लिंग में एक साल में 5 मेडल जीतकर सबको हैरान कर दिया है. पिछले साल महज 4 सेकंड से चूकने वाली मंजू ने इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल कर अपने गांव और देश का नाम रोशन किया है.

सरहदी बाड़मेर जिले के बायतु उपखंड क्षेत्र के खोखसर पश्चिम की रहने वाली मंजू चौधरी के पिता हनुमानराम किसान है. पिछले साल दिसंबर में आयोजित टूर्नामेंट में गोल्ड जीतने से महज 4 सेकंड दुर रह गई थी. क्योंकि मंजू के पास खुद की साइकिल नही थी. इसके बाद बायतु विधायक हरीश चौधरी ने मंजू को अत्याधुनिक तकनीक वाली साइकिल भेंट की है जिसके बाद अब मंजू ने नेशनल में गोल्ड मेडल हासिल किया है.

मंजू ने यह साबित कर दिखाया है कि हौसले के सामने कोई रुकावट टिक नहीं सकती है. खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025 4 से 15 मई के बीच पटना में आयोजित हुआ. मंजू ने 20 किमी की इस रेस को 32 मिनट 15 सेकंड में पूरा कर गोल्ड मेडल हासिल किया है. खेलो इंडिया यूथ गेम्स में देशभर के 18 खिलाड़ी शामिल हुए थे.

मंजू ने फरवरी 2024 में स्कूल नेशनल गेम्स रांची,झारखंड में सिल्वर मेडल,दिसंबर 2024 में जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप पूरी,ओड़िसा में आयोजित इंवेट व्यक्तिगत समय परीक्षण में कांस्य,अप्रैल 2025 में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैम्पियनशिप रोड में इंवेट व्यक्तिगत समय परीक्षण में सिल्वर और मई 2025 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में पटना में व्यक्तिगत समय परीक्षण में गोल्ड मेडल हासिल किया है.

बायतु के राउमावि खोखसर पश्चिम की बेटियां साइक्लिंग में बेहतर प्रदर्शन कर रही है जिसके बाद बायतु विधायक हरीश चौधरी अब तक 20 लाख रुपये की साइकिल विद्यालय में भेंट कर चुके है. यहां की 3 बालिकाएं रोड साइक्लिंग और 2 बालिकाएं एमटीबी रेस में भाग ले चुकी है.