छत्तीसगढ़ का सरगुजा अपने हसीन वादियों के लिए देशभर में जाना जाता है, ऐसे में कुछ वर्षों पहले कि बात करें, तो संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर से लगे मडीपुर में शहरा का कचरा डंप होता था, और जब लोग इस रास्ते से गुजरते थे तो अपने नाक बंद कर लेते थे, वज़ह दुर्गंध, लेकिन अब यह कचरा डंपिंग साइड नहीं रहा. यहां नगर निगम ने डंप साइड में स्वच्छता चेतना पार्क का निर्माण कर दिया है, जहां तमाम तरह कि प्रदर्शिनी लगाईं गई है, एफिल टॉवर हो,चाहे हरियाली हो चाहे प्लास्टिक से बना टायर व अन्य वस्तुएं लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
नगर निगम कि पहल से अब लोग कचरे का भरपूर फायदा उठा रहे है, जहां पहले कचरा फेका जाता था. अब उसी कचरे से तरह तरह कि प्लास्टिक कि वस्तुएं तैयार हो रही है जों अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने अम्बिकापुर को वायु प्रदूषण नियंत्रण का आदर्श माडल बताया है. यह रिपोर्ट राष्ट्रीय स्वच्छता वायु कार्यक्रम के तहत् जारी किया गया है.
ठोस कचरा प्रबंधन में अम्बिकापुर बना देश का आदर्श सीटी…
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने देश के 100 से अधिक शहरों की सर्वे के बाद अंबिकापुर को स्वच्छता में बेहतर बताते हुए रिपोर्ट पब्लिश किया है. रिपोर्ट के मुताबिक अंबिकापुर शहर देश का पहला जीरो डंम साइड शायर बन चुका है.
शहर के पुराने डंप साइट को अब स्वच्छता चेतन पार्क के रूप में विकसित किया जा चुका है, जहां तमाम तरह की प्रदर्शनी लगाई गई है जिसे देखने लोग यहां आते हैं.