Nasa News। Science News। 15000 प्रकाश वर्ष दूर से एक्स-रे और रेडियो फ्लैश

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Nasa Discovery: नासा के वैज्ञानिकों ने रात में एक ऐसे चमकीली वस्तु को खोजा है, जो 15 हजार प्रकाश वर्ष दूर से धरती पर फ्लैश के साथ कुछ सिक्रेट मैसेज भी भेजता है. हालांकि, ये डिकोड नहीं हो पाया है. कुछ वैज्ञानिको…और पढ़ें

कहीं एलियन! आसमान में वैज्ञानिकों को दिखी एक चीज, भेजता है फ्लैश और मैसेज

स्पेस से रहस्यमयी आ रहे प्रकाश का राज क्या है? (Image:X)

हाइलाइट्स

  • नासा ने 15000 प्रकाश वर्ष दूर चमकीली वस्तु खोजी.
  • ASKAP J1832-0911 नामक स्रोत एक्स-रे और रेडियो फ्लैश भेजता है.
  • वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक मृत तारा हो सकता है.

Nasa Found New Source: धरती से 15000 प्रकाश वर्ष दूर यानी कि 9.461 × 10^12 किलोमीटर दूर से एक ऐसे प्रकाश का सोर्स खोजा है, जो कि एक्स-रे और रेडियो फ्लैश दोनों धरती पर भेज रहा है. यह ऐसा खोजा गया पहला सोर्स है जो कि हरेक 45 मिनट में 2 मिनट तक लगातार ऐसा करता है. नासा के वैज्ञानिकों ने इसको ASKAP J1832-0911 नाम दिया है, जो ऊर्जा का एक बहुत बड़ा सोर्स हो सकता है.

नासा के वैज्ञानिकों ने बताया कि ASKAP J1832-0911 को सबसे पहले चंद्रा एक्स-रे वेधशाला द्वारा खोजा गया था. यह दीर्घ-अवधि रेडियो ट्रांजिएंट (LPT) की श्रेणी में आता है, जो दसियों मिनट तक की अवधि में मजबूत रेडियो तरंगों का उत्सर्जन करने के लिए जाने जाते हैं. NASA के अनुसार, ये उत्सर्जन पल्सर से निकलने वाले सामान्य स्पंदनों की तुलना में हज़ारों गुना अधिक समय तक चलते हैं. इनको तेज गति से घूमने वाले न्यूट्रॉन तारे हैं.

रात में दिखी रहस्यमयी चीज

कर्टिन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर और टीम लीडर ज़िएंग (एंडी) वांग ने नासा की इस खोज पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा, ‘यह पता लगाना कि ASKAP J1832-0911 एक्स-रे उत्सर्जित कर रहा है या नहीं घास के ढेर में सुई खोजने जैसा है. ASKAP रेडियो टेलीस्कोप से रात में दिखाई देता है, जबकि चंद्रा इसका केवल एक अंश ही देख पाता है. इसलिए, यह सौभाग्य की बात थी कि चंद्रा ने उसी समय रात के आकाश के उसी क्षेत्र का अवलोकन किया.’

मिनटों से घंटों के बीच विस्फोट

2022 में इसकी खोज हुई थी. इसके बाद से एलपीटी को ऐसे ब्रह्मांडीय पिंडों के रूप में जाना जाता है जो मिनटों से लेकर घंटों तक के गैप में रेडियो पल्स उत्पन्न करते हैं. (रेडियो पल्स ब्रह्मांडीय पिंड के बीच होने वाली एक प्रकार के विस्फोट होते हैं.) खगोलविदों ने लगभग 10 ऐसी वस्तुओं की पहचान की है, लेकिन ASKAP J1832-0911 वास्तव में यूनिक है. चन्द्रा टेलिस्कोप की सहायता से शोधकर्ताओं ने पाया है कि ASKAP J1832-0911 44 ​​मिनट के नियमित अंतराल पर एक्स-रे उत्सर्जित करता है.

वैज्ञानिक भी अबूझ पहेली में फंसे

वैज्ञानिक इन पिंडों के संकेतों के पीछे का रहस्य पता नहीं कर पाए हैं. वे इसके बारे में अनिश्चित हैं और यह भी नहीं जानते कि LPTs पूर्वानुमानित और अप्रत्याशित अंतराल पर सक्रिय और निष्क्रिय अवस्थाओं के बीच क्यों स्विच करते हैं. शोधकर्ताओं का सुझाव है कि ASKAP J1832-0911 एक मृत तारा है. हालांकि, इसकी सटीकता अभी भी अज्ञात है. कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह एक मैग्नेटर हो सकता है यानी कि एक मृत तारे का अत्यधिक चुंबकीय कोर.

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Deep Raj Deepak

दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व…और पढ़ें

दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व… और पढ़ें

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