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Donald Trump-Elon Musk Fight: डोनाल्ड ट्रंप ने जब दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभाला था तो उन्होंने सरकारी कामकाज को बेहतर बनाने और खर्च में कटौती को लेकर नई व्यवस्था बनाने का ऐलान किया था. टेस्ला …और पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच छिड़ी जंग के बीच रूस ने कहा कि यदि अमेरिका के अरबपति को जरूरत होगी तो मॉस्को उन्हें शरण देने के लिए तैयार है. (फोटो: एपी)
हाइलाइट्स
- डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच मतभेद से अमेरिका में मचा है बवाल
- पुतिन के देश ने मस्क को शरण देने की कही है बात, स्नोडेन की दिलाई याद
- राष्ट्रपति ट्रंप और टेस्ला चीफ लगातार एक-दूसरे पर लगा रहे हैं गंभीर आरोप
Donald Trump-Elon Musk Fight: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच का झगड़ा बेहद बुरे दौर में पहुंच चुका है. दोनों पक्षों की ओर से लगातार एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं. दोनों के बीच जारी इस मतभेद से दुनिया के सबसे शक्तिशली देश में खलबली मची हुई है. इस झगड़े की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि टेस्ला चीफ ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने की जरूरत तक बता डाली. मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट कर ‘द अमेरिकन पार्टी’ का जिक्र किया. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा कि वे राजनीतिक दल बनाएंगे, लेकिन मस्क ने एक के बाद एक ऐसे पोस्ट किए, जिससे कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है. इन सबके बीच, व्लादिमीर पुतिन के देश रूस की तरफ से एक चौंकाने वाला ऑफर सामने आया है. रूस ने कहा कि यदि अमेरिका के अरबपति कारोबारी मस्क शरण की मांग करेंगे तो मॉस्को इसके लिए तैयार है. बता दें कि रूस ऐसी कई हस्तियों को असाइलम मुहैया करा चुका है, जो वेस्टर्न पावर की आंखों की किरकिरी बन गए. उनमें एडवर्ड स्नोडेन का नाम भी शामिल है.
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ट्रंप-मस्क टकराव चरम पर
रूस अभी तक विवाद से अलग
हालांकि, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इन घटनाओं से दूरी बनाते हुए कहा कि यह अमेरिका का आंतरिक मामला है और रूस इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहता. इसके बावजूद रूस की पूर्व नीतियों को देखते हुए उसकी यह निरपेक्षता पूरी तरह सच्चाई से मेल नहीं खाती. इससे पहले एडवर्ड स्नोडेन और ब्रिटिश ब्लॉगर ग्राहम फिलिप्स को भी रूस ने संरक्षण दिया था. एक्सपर्ट का मानना है कि एलन मस्क को दी जा रही यह प्रतीकात्मक शरण की पेशकश इस बात का संकेत है कि अमेरिका में उनकी राजनीतिक स्थिति कितनी अस्थिर हो चुकी है. रूस का यह कदम न केवल प्रतीकात्मक है, बल्कि अमेरिका में बढ़ते आंतरिक मतभेदों पर उसकी पैनी नजर का भी संकेत देती है. बता दें कि फिलहाल मस्क ने अपनी आक्रामक बयानबाजी पर थोड़ी नरमी बरती है, लेकिन ट्रंप के हमलों और संभावित जांच के खतरे बरकरार हैं.

बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु…और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु… और पढ़ें