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Bilaspur News: 2 जून को वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) के संचालन समय में भी महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है. विशाखापत्तनम से दुर्ग जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 20830) चार घंटे की देरी से…और पढ़ें

2 जून को विशाखापत्तनम-रायपुर रूट पर दो ट्रेनें रद्द.
बिलासपुर. पूर्वी तटीय रेलवे के वाल्टेयर मंडल में 2 जून को यात्री गणों को रेल सेवाओं में असुविधा का सामना करना पड़ सकता है. रायगड़ा और विजियानगरम स्टेशनों के बीच ट्रैफिक और पावर ब्लॉक के चलते रेल प्रशासन ने कई ट्रेनों को रद्द करने और कुछ की समय-सारिणी में बदलाव करने का निर्णय लिया है. इसका सीधा असर विशाखापत्तनम-रायपुर रेल मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों पर पड़ेगा, जिनमें दो पैसेंजर ट्रेनों को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस के दोनों रूट्स पर परिचालन में घंटों की देरी होगी.
पावर और ट्रैफिक ब्लॉक के कारण दो ट्रेनों का संचालन 2 जून को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है. गाड़ी संख्या 58528 विशाखापत्तनम-रायपुर पैसेंजर 2 जून को नहीं चलेगी. वहीं गाड़ी संख्या 58527 रायपुर-विशाखापत्तनम पैसेंजर भी 2 जून को नहीं चलेगी.
वंदे भारत एक्सप्रेस की समयसारिणी में बड़ा बदलाव
2 जून को वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन समय में भी महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है. गाड़ी संख्या 20830, विशाखापत्तनम से दुर्ग जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से रवाना होगी. गाड़ी संख्या 20829, दुर्ग से विशाखापत्तनम लौटने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस 4 घंटे 30 मिनट की देरी से रवाना होगी.
यात्रियों के लिए अलर्ट
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा से पहले ट्रेनों की अद्यतन स्थिति की जानकारी अवश्य लें और आवश्यकतानुसार वैकल्पिक व्यवस्थाएं कर लें, जिससे किसी भी असुविधा से बचा जा सके. रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से रियल टाइम अपडेट प्राप्त किए जा सकते हैं.
मई में भी रद्द हुई थीं कई ट्रेनें
बताते चलें कि इससे पहले मई महीने में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे और पूर्वी तटीय रेलवे के साथ ही अन्य मंडलों में तकनीकी कार्यों, मरम्मत और ट्रैफिक ब्लॉक के कारण कई ट्रेनों को आंशिक रूप से या पूरी तरह रद्द किया गया था. इससे यात्रियों को अचानक यात्रा योजना बदलनी पड़ी, टिकट रद्द कराने पड़े और कई लोगों को वैकल्पिक साधनों से सफर करना पड़ा. मई की इन रद्द ट्रेनों ने यात्रियों को काफी असुविधा में डाल दिया था, जिसका असर अभी तक देखा जा रहा है.