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America China Trade War: डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर व्यापार समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता और मुश्किल हो सकती है. विशेषज्ञ इसे ट्रंप की रणनीति मानते हैं. हालांकि दोनों देश…और पढ़ें

ट्रंप फिर से चीन को आंखे दिखा रहे हैं. (File Photo)
हाइलाइट्स
- ट्रंप ने चीन पर व्यापार समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया.
- ट्रंप का बयान व्यापार वार्ता को और मुश्किल बना सकता है.
- चीन ने ट्रंप के दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी.
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन के साथ व्यापारिक तनाव को फिर से हवा दी. उन्होंने दावा किया कि बीजिंग ने हाल ही में हुए व्यापार समझौते का पूरी तरह उल्लंघन किया है. ट्रंप का यह बयान तब आया जब अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि चीन के साथ व्यापार वार्ता कुछ हद तक रुकी हुई है. इस महीने की शुरुआत में अमेरिका और चीन ने जिनेवा में शीर्ष अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद 90 दिनों के लिए लगाए गए टैरिफ को अस्थायी रूप से कम करने पर सहमति जताई थी. इस समझौते के बाद अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ को 145% से घटाकर 30% और चीन ने अमेरिकी सामानों पर 125% से 10% करने का फैसला किया था.
क्या यह ट्रंप की नई रणनीति?
यह कदम वैश्विक व्यापार और सप्लाई चेन पर दबाव को कम करने के लिए उठाया गया था, जिससे बाजारों में राहत की लहर दौड़ी थी. हालांकि ट्रंप ने बिना कोई ठोस वजह बताए दावा किया कि चीन ने इस समझौते का उल्लंघन किया है. उनकी यह टिप्पणी दोनों देशों के बीच पहले से ही नाजुक व्यापार वार्ता को और मुश्किल बना सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बयान ट्रंप की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसमें वो हाई-टैरिफ की धमकी देकर बातचीत में दबाव बनाते हैं. दूसरी ओर कुछ विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम घरेलू समर्थकों को यह दिखाने की कोशिश है कि वह चीन के खिलाफ कड़ा रुख बनाए रखेंगे.
चीन ने नहीं दिया जवाब
इस बीच स्कॉट बेसेंट ने सुझाव दिया कि ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सीधी बातचीत से वार्ता को गति मिल सकती है. चीन ने अभी तक ट्रंप के इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन बीजिंग ने पहले कहा था कि वह व्यापार युद्ध नहीं चाहता लेकिन अपने हितों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करेगा. यह तनाव वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम पैदा कर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार 2024 में 295.4 बिलियन डॉलर के व्यापार घाटे का कारण रहा.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें