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Panipat: 24 मई को सेक्टर 29 के फ्लोरा चौक पर एक मामूली टोपी को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. आरोपी नरेंद्र उर्फ शिशु लाला ने टोपी पहनने को लेकर शुरू हुए झगड़े में फिरदौस के सिर पर डंडे से वार किया, जिससे…और पढ़ें

टोपी को लेकर हुआ विवाद (image credit-canva)
हाइलाइट्स
- टोपी पहनने से शुरू हुआ विवाद
- सात महीने पहले हुई थी शादी
- पानीपत में युवक की हत्या पर हंगामा
पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले में 24 साल के फिरदौस आलम उर्फ असजद बाबू की मौत ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है. ये घटना 24 मई की शाम को पानीपत के सेक्टर 29 के फ्लोरा चौक के पास हुई, जब आलम अपने ससुराल आया हुआ था. पुलिस के अनुसार, एक मामूली सी टोपी को लेकर हुए झगड़े ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि उसने एक युवक की जान ही ले ली. आरोपी नरेंद्र उर्फ शिशु लाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
दरअसल, शाम करीब 6 बजे फिरदौस फ्लोरा चौक के पास स्थित अपने ससुराल आया था. रात 8:30 बजे के करीब वह अपने दोस्त शहनवाज के साथ पास के मैदान में टहलने निकला. लौटते समय जब वह शिशु लाला की किराना दुकान के सामने से गुजरा, तब लाला ने फिरदौस की टोपी लेकर अपने सिर पर पहन ली. जब फिरदौस ने टोपी वापस मांगी तो लाला ने उसे सड़क पर फेंक दिया. इस पर नाराज फिरदौस ने टोपी उठाकर पूछ लिया कि ऐसा क्यों किया. इसी पर लाला भड़क गया, दुकान से डंडा निकालकर फिरदौस के सिर पर मार दिया.
गंभीर रूप से घायल फिरदौस को शहनवाज ने उसके बड़े भाई असद रईस को बुलाकर तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. लेकिन इलाज के दौरान पीजीआई रोहतक में उसकी मौत हो गई. बता दें, फिरदौस मूल रूप से बिहार के किशनगंज जिले के करी वीरपुर गांव का रहने वाला था. वह अपने भाई असद रईस के साथ विकास नगर में रहता था और दोनों मिलकर दर्जी का काम करते थे. महज सात महीने पहले उसकी शादी हुई थी और यह हादसा हो गया.
पुलिस का दावा
इंडस्ट्रियल थाना सेक्टर 29 के एसएचओ, उप-निरीक्षक सुभाष खस्सा ने इस घटना में किसी धार्मिक पहलू से इनकार किया है. उन्होंने कहा, ‘आरोपी ने टोपी को केवल आजमाने के लिए पहना था, उसे यह पता भी नहीं रहा होगा कि वह धार्मिक टोपी है. जब उसने पूछा कि मैं इसमें कैसा लग रहा हूं, तो विवाद शुरू हुआ. मामला बढ़ा और हाथापाई हो गई. हम जांच कर रहे हैं, अभी और कुछ नहीं कहा जा सकता.’