डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के नियमों के अनुसार पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यारागोल, पगलपुरा और उल्लेसुगुरा गांवों का दौरा किया गया। इसमें पाया गया कि बारिश से घरों को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के दौरान पगलपुरा गांव के एरन्ना गौड़ा के घर की छत ढह गई। परिवार रात में घर के बाहर रहा। गनीमत रही कि परिवार को किसी भी तरह की खतरनाक स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि घर की छत उस समय गिरी, जब एरन्ना गौड़ा और उनकी पत्नी घर के बाहर थे। छत ढहने से घर में रखा अनाज और रोजमर्रा की जरूरत का सामान नष्ट हो गया। उन्होंने बताया कि घर की छत मिट्टी से बनी थी। यह घर 40-45 साल पहले बना था, घर ढहने के बाद परिवार अपने भाई के यहां चला गया।