Last Updated:
Russia Ukraine War Breifing: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तेज हो गया है. रूस ने 6 जून को यूक्रेन पर बड़ा हमला किया, जिसमें 80 लोग घायल हुए और छह की मौत हुई. यूक्रेन ने भी रूस के सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमला किया.

रूस और यूक्रेन में तनाव लगातार बढ़ रहा है.
हाइलाइट्स
- रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध तेज हुआ
- यूक्रेन ने रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला किया
- रूस ने यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया
मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और भी ज्यादा तेज हो गया है. 6 जून की रात को रूस ने यूक्रेन पर एक बड़ा हमला किया. इस हमले में रूस ने 452 ड्रोन और 45 मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिसमें राजधानी कीव, चेर्निहिव, लुत्स्क, ल्विव, सुमी, पोल्टावा और अन्य शहरों को निशाना बनाया गया. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया कि इस हमले में 80 लोग घायल हुए और छह लोगों की जान चली गई, जिनमें आपातकालीन कर्मचारी भी शामिल थे. जेलेंस्की ने इसे ‘आम लोगों और शहरों पर रूस का क्रूर हमला’ करार दिया और दुनिया से रूस पर दबाव बढ़ाने की अपील की ताकि युद्धविराम हो सके.
यूक्रेन का जवाबी हमला
रूस का दावा और जवाब
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने यूक्रेन के 174 ड्रोन नष्ट किए और यह हमला यूक्रेन की ‘ऑपरेशन स्पाइडरवेब’ कार्रवाई का जवाब था. ऑपरेशन स्पाइडरवेब में यूक्रेन ने रूस के चार सैन्य हवाई अड्डों पर हमला कर 41 विमानों को नुकसान पहुंचाया था, जिसमें रूस के भारी बमवर्षक और दुर्लभ ए-50 जासूसी विमान शामिल थे. रूस ने कहा कि उसका हमला ‘लक्ष्य हासिल करने’ में सफल रहा, लेकिन यूक्रेन का कहना है कि रूस ने नागरिक ठिकानों पर हमले किए हैं.
रूस के हमले पर क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के हमले को यूक्रेन के हमले का जवाब बताया. उन्होंने 6 जून को पत्रकारों से कहा, ‘यूक्रेन ने पुतिन को हमला करने का कारण दिया. मैंने कहा था कि ऐसा नहीं करना चाहिए, इसे रोकना चाहिए.’ ट्रंप ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने के सवाल पर कोई साफ जवाब नहीं दिया और कहा, ‘मैं इसे तभी इस्तेमाल करूंगा जब जरूरी होगा.’ ट्रंप ने पहले भी कहा था कि वह शांति समझौते की उम्मीद में रूस पर तुरंत प्रतिबंध नहीं लगाना चाहते. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस शांति वार्ता में देरी करता है, तो वह कड़े कदम उठा सकते हैं. ट्रंप ने यह भी कहा, ‘अगर मेरी वजह न होती, तो रूस को और बुरे परिणाम भुगतने पड़ते.’
जमीन कब्जाना चाहता है रूस
यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी पावलो पालिसा ने चेतावनी दी कि रूस का मकसद डोनेट्स्क और लुहान्स्क पर पूरी तरह कब्जा करना और यूक्रेन के काला सागर तक पहुंच को रोकना है. रूस की योजना ड्निप्रो नदी के पूर्वी हिस्से पर कब्जा करने और ओडेसा व मायकोलाइव की ओर बढ़ने की है. यूक्रेन की खुफिया एजेंसी का कहना है कि रूस इस साल शरद ऋतु तक इन इलाकों पर कब्जा करना चाहता है.

योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने…और पढ़ें
योगेंद्र मिश्र ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया है. 2017 से वह मीडिया में जुड़े हुए हैं. न्यूज नेशन, टीवी 9 भारतवर्ष और नवभारत टाइम्स में अपनी सेवाएं देने के बाद अब News18 हिंदी के इंटरने… और पढ़ें