गूगल पर सर्च किया- ‘हत्या कर सबूत कैसे मिटाएं?’, फिर देखा 150 से ज्यादा क्राइम शो, 60,000 में बीवी के साथ…


रायपुर: क्या आपके घर में भी कोई क्राइम शो देखने का शौकीन है? क्या वह बार-बार क्राइम शो देखता है? अगर हां तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ये शौक आपपर कभी भी भारी पड़ सकता है. आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं, हैना? चलिए हम आपको बताते हैं.

दरअसल, छत्तीसगढ़ बालोद जिले के डल्लीराजहरा क्षेत्र में एक सरकारी कर्मचारी शिशपाल को क्राइम शो देखना काफी पसंद था. वह जब भी फ्री समय पाता तो क्राइम शो और सीरीज देखने बैठ जाता. यहां तक तो ठीक था, लेकिन हद तो तब हो गई जब इस कर्मचारी ने एक इंटरनेट पर 150 से ज्यादा क्राइम शो देखकर अपनी पत्नी जो एक स्कूल टीचर थी, की हत्या की योजना बना डाली. ये योजना इतनी सच लग रही थी की पुलिस भी धोखा खा गई.

मौत या मर्डर?
22 मार्च की दोपहर, शिशपाल की पत्नी बर्खा वासनिक अपनी सहेली मथुरा मंडावी के साथ स्कूटर से स्कूल से लौट रही थीं. डल्लीराजहरा के पास बजरंगबली मंदिर के पास एक मोड़ पर तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी ने उनकी स्कूटर को टक्कर मार दी. इस हादसे में बर्खा की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मथुरा गंभीर रूप से घायल हो गईं. परिवार ने जब अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की, तो बर्खा की बहन प्रियंका डहर को कुछ संदेह हुआ. उसने पुलिस से गुजारिश की कि मामले की गहराई से जांच की जाए, क्योंकि बर्खा का वैवाहिक जीवन बहुत तनावपूर्ण था. पहली नजर में मामला साधारण हिट एंड रन लग रहा था, लेकिन गहराई से जांच करने पर एक खौफनाक साजिश का पर्दाफाश हुआ.

गुगल सर्च हिस्ट्री देख दंग रह गई पुलिस
बालोद एसपी योगेश पटेल और सीएसपी चित्रा वर्मा ने इस केस की जांच की, तो जो सामने आया वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था. मृतका के पति शिशपाल वासनिक जो कि बिजली विभाग में सहायक अभियंता हैं, ने इंटरनेट पर 150 क्राइम शो देखे, गूगल पर सर्च किया ‘कैसे हत्या करें और सबूत मिटाएं’, और फिर पूरी साजिश को अंजाम दिया मानो वह किसी वेब सीरीज का कोई कातिल किरदार हो. इतना ही नहीं शिशपाल ने अपने मोबाइल को हत्या वाले दिन एक ड्राइवर को दे दिया था ताकि वे अलग-अलग लोकेशन से कॉल कर सकें और यह साबित किया जा सके कि वह भिलाई में था.

60,000 में दी सुपारी
लेकिन जब जांच की गई तो खुलासा हुआ कि शिशपाल ने सुपेला, भिलाई के 24 साल के कयामुद्दीन नाम के युवक को 60,000 रुपये में सुपारी दी थी. दोनों ने मिलकर कई दिनों तक बर्खा के स्कूल से घर तक के रास्ते पर नजर रखी और एक सुनसान मोड़ की पहचान की. हत्या वाले दिन वे एक सफेद बोलेरो बिना नंबर प्लेट के लेकर निकले. जब बर्खा का स्कूटर बजरंगबली मंदिर के पास पहुंचा, बोलेरो ने स्कूटर को टक्कर मारी. बर्खा और उनकी सहेली नीचे गिरीं. तभी बोलेरो से शिशपाल उतरा और लोहे की रॉड से बर्खा के सिर और पीठ पर कई वार किए. इसके बाद दोनों तुरंत फरार हो गए.

दहेज का था मामला
बता दें, बर्खा और शिशपाल की शादी अप्रैल 2016 में हुई थी और दोनों के दो बच्चे भी थे. शादी के अगले ही दिन शिशपाल ने बर्खा से चार लाख रुपये की दहेज की मांग शुरू कर दी थी. परिवार वालों ने बताया कि बर्खा पर बार-बार शारीरिक हिंसा की जाती थी. दोनों का तलाक भी होने वाला था. बर्खा के भाई शुभम कुटारे ने बताया कि उनकी बहन ने कई बार घरेलू हिंसा की शिकायत की थी, लेकिन बच्चों के भविष्य के लिए वह चुप रही. आखिर में उसकी हत्या कर दी गई.



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