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Surat mango theft murder: सूरत में आम चोरी के शक में यूपी के मजदूर सुरेश वर्मा की बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी गई. हत्या के बाज शव नहर में फेंक दिया गया. पुलिस ने 10 दिन बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है….और पढ़ें

आम चोरी के आरोप में UP के मजदूर की हत्या (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- यूपी के मजदूर की सूरत में आम चोरी के आरोप में हत्या कर दी गई.
- पीड़ित को पेड़ से बांधकर पीटा फिर शव नहर में फेंक दिया.
- पुलिस ने 10 दिन में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
गर्मियों में आम के बाग में काम करने आए एक मजदूर की जिंदगी बेरहमी से खत्म कर दी गई. 48 साल के सुरेश वर्मा, जो उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रहने वाले थे, पिछले महीने ही गुजरात के सूरत जिले के बारडोली तालुका के अकोटी गांव में एक केसर आम के बाग में काम करने आए थे. लेकिन 20 मई को उन्हें आम चोरी के शक में पेड़ से बांधकर इतना मारा गया कि उनकी जान चली गई.
50 हजार के आम का आरोप बना जानलेवा
मजदूर सुरेश पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने बाग से 25 क्रेट आम यानी करीब 50 हजार रुपये के आम चुराए हैं. जब सुरेश ने इस बात से इनकार किया तो उनके मालिक असफाक रयान और उसके चार साथियों ने उन्हें पकड़ लिया. उन्हें बाग के अंदर ही एक पेड़ से बांधा गया और बुरी तरह पीटा गया. इतना ही नहीं, आरोपियों ने सुरेश के मोबाइल से उसकी पत्नी को फोन कर 50 हजार रुपये की मांग भी की और कहा कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो उसका अंजाम बुरा होगा.
पिटाई के बाद हुई मौत, शव को छुपाने की कोशिश
सुरेश वर्मा की हालत पिटाई के बाद इतनी बिगड़ गई कि रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपियों ने सुरेश का शव कार में डालकर सूरत जिले के कामरेज तालुका के शमपुरा गांव के पास एक नहर में फेंक दिया. यह सब रात के अंधेरे में किया गया ताकि कोई उन्हें देख न सके.
परिवार ने दर्ज कराई गुमशुदगी
जब अगली सुबह तक सुरेश का कुछ पता नहीं चला तो उनके परिवार को चिंता हुई. कई दिनों तक कोई जानकारी नहीं मिलने पर सुरेश की पत्नी और बेटा खुद बारडोली पहुंचे और पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया और पूछताछ की.
आरोपी ने कबूला जुर्म, पांच लोगों की गिरफ्तारी
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी असफाक रयान ने जुर्म कबूल कर लिया. इसके बाद पुलिस ने बाकी चार आरोपियों विनोद अग्रवाल, मोहम्मद उमर मणिहार, दशरथ मौर्य और याकूब गफ्फार को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि रयान ने बाग को राकेश पटेल नामक ज़मीन मालिक से लीज पर लिया था और करीब 50 मज़दूर वहां काम कर रहे थे.
हत्या से लेकर सबूत मिटाने तक कई गंभीर धाराएं लगीं
पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है. इनमें हत्या, जबरन वसूली, जानबूझकर चोट पहुंचाना, ग़लत तरीके से कैद करना, झुंड बनाकर हमला करना और सबूत मिटाने जैसी धाराएं शामिल हैं.