100 रु. किलो भी नहीं रोक पाई भीड़, अम्बिकापुर के इस सुपरफूड के लिए मची लूट

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Indian blackberry In Market: भारत में जामुन खाने का एक अपना ही क्रेज है. खासकर बारिश के महीने में यह खूब मिलता है. अब सरगुजा के जंगलों में यह जामुन पककर बाजारों में बिकने लगा है. यह स्वादिष्ट फल सेहत के लिए फाय…और पढ़ें

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जामुन

जामुन आदिवासियों का औषधि मौसमी फल 

हाइलाइट्स

  • अम्बिकापुर में जामुन की भारी मांग
  • जामुन 100-150 रु. किलो बिक रहा है
  • जामुन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद

Indian blackberry: छत्तीसगढ़ का सरगुजा जिला आदिवासी बहुल इलाका है, जिसकी संस्कृति और खान-पान हमेशा से चर्चा में रहते हैं. प्री-मानसून के साथ ही यहां के जंगलों में मिलने वाला मौसमी फल जामुन पकने लगा है. अब ग्रामीण काले-काले रसीले जामुन लेकर अम्बिकापुर के बाजारों में बेचने आ रहे हैं. फिलहाल जामुन की आवक कम है, इसलिए इसका दाम ज्यादा है. बाजार में यह कहीं 100 तो कहीं 150 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है. इसके बावजूद जामुन खरीदने वालों की भीड़ बनी हुई है.

जामुन को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. जानकारों के अनुसार, इसमें 70 प्रतिशत भाग खाने योग्य होता है, जिसमें ग्लूकोज और फ्रक्टोज जैसे प्राकृतिक शर्करा तत्व होते हैं. इसके अलावा इसमें आयरन, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, और विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं.

आयुर्वेद में जामुन को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला फल माना गया है. यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. साथ ही, यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है, त्वचा और बालों की सेहत सुधारता है, और दिल की बीमारियों से बचाव करता है.

गर्मी में जामुन ठंडक देता है और ऊर्जा भी बढ़ाता है. यही वजह है कि जून से अगस्त तक बाजार में मिलने के अलावा इसके जूस और पाउडर सालभर पंसारी दुकानों में बिकते हैं.

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