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Ambikapur Tiger Waterfal: सरगुजा के टाइगर पॉइंट वाटरफॉल में नौतपे के दौरान प्री-मानसून बारिश से जलप्रपात अपने पूरे सौंदर्य पर है, पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है. हालांकि, सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का अभाव गंभी…और पढ़ें

टाइगर पॉइंट झरना ग्राउंड रिपोर्ट
हाइलाइट्स
- टाइगर पॉइंट वाटरफॉल पर प्री-मानसून बारिश से भीड़ उमड़ी.
- सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का अभाव चिंता का विषय.
- पर्यटकों ने टाइगर पॉइंट की सुंदरता की सराहना की.
अंबिकापुर : उत्तर छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही झमाझम बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है. सरगुजा जिले में जहां नौतपे के दौरान भीषण गर्मी की उम्मीद की जा रही थी, वहीं लगातार हो रही प्री-मानसून बारिश से तापमान में गिरावट आई है. इस बदलाव का असर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल टाइगर पॉइंट वाटरफॉल पर भी देखने को मिल रहा है, जो इस समय अपने पूरे सौंदर्य पर है. आमतौर पर सावन-भादों में बहने वाला यह झरना इस बार जून की शुरुआत में ही आकर्षण का केंद्र बन गया है.
करीब 60 फीट ऊंचाई से गिरते पानी की फुहार जब पत्थरों से टकराती है, तो एक गूंजती हुई ध्वनि सुनाई देती है जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है. झारखंड और राजनांदगांव से आए पर्यटक इस अद्भुत दृश्य को कैमरे में कैद करते नजर आ रहे हैं. पर्यटकों ने टाइगर पॉइंट की तुलना झारखंड के झरनों से करते हुए इसकी सुंदरता की सराहना की. कई पर्यटकों ने इस जगह को स्वर्ग वाला अनुभव होने की भी बात कही है.
सुरक्षा इंतजामों का अभाव
झरने तक पहुंचने के लिए बनी सीढ़ियों की रेलिंग टूटी हुई है और नीचे गहरी खाई है, जिससे फिसलन की स्थिति में बड़ा हादसा हो सकता है. न तो सुरक्षा गार्ड हैं, न ही पुलिस की मौजूदगी. यह स्थान बच्चों और बुजुर्गों के लिए जोखिमभरा बन चुका है.
इसके बावजूद, टाइगर पॉइंट की प्राकृतिक सुंदरता और बारिश के मौसम में बना उसका रूप पर्यटकों को खींच लाता है. जरूरत है तो बस बुनियादी सुविधाओं और सुरक्षा प्रबंधों की, ताकि यह खूबसूरत स्थल सुरक्षित और सुव्यवस्थित बन सके.