फिगर बचाने की सोच में जान का खतरा! ब्रेस्टफीडिंग से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 4.3% तक घटता है, जानिए कैसे?

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Breastfeeding Benefits: ब्रेस्टफीडिंग सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, माँ के लिए भी सुरक्षा कवच है. रिसर्च बताती है कि स्तनपान से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 4.3% तक घटता है.

ब्रेस्टफीडिंग सिर्फ बच्चा नहीं मां के लिए भी जरूरी, कम होता कैंसर का खतरा

ब्रेस्ट कैंसर का खतरा

हाइलाइट्स

  • ब्रेस्टफीडिंग से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 4.3% तक घटता है.
  • स्तनपान से हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर से बचाते हैं.
  • ब्रेस्टफीडिंग से बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत होती है.

एक मां के शरीर में प्रकृति ने संपूर्ण जीवन का अमृत भर दिया है ब्रेस्ट मिल्क. लेकिन आज की जीवनशैली, सौंदर्य के मापदंड और फिगर कॉन्ससनेस के चलते महिलाएं स्तनपान जैसे पवित्र कार्य से दूरी बना रही हैं. इसका खामियाजा ना सिर्फ बच्चों को भुगतना पड़ रहा है, बल्कि महिलाओं की सेहत पर भी गहरा असर पड़ रहा है.

25–35 की उम्र में बढ़ रहा ब्रेस्ट कैंसर का खतरा
गायनी ऑंकोलॉजिस्ट डॉ. सुप्रिया गुप्ता बताती हैं कि स्तनपान नहीं कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, खासकर 25 से 35 साल की उम्र में. शोधों के मुताबिक, जो महिलाएं बच्चों को नियमित रूप से स्तनपान कराती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क 4.3% तक घट जाता है.

हार्मोनल बदलाव से मिलती है सुरक्षा
स्तनपान के दौरान शरीर में ऑक्सीटोसिन और प्रोलैक्टिन जैसे हार्मोन सक्रिय होते हैं. ये हार्मोन न केवल ब्रेस्ट टिशूज को स्वस्थ बनाए रखते हैं, बल्कि ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को भी कम करते हैं. इसके अलावा, ब्रेस्टफीडिंग से मासिक चक्र में बदलाव आता है, जिससे एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर घटता है जो कि ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ने में प्रमुख भूमिका निभाता है.

बच्चों की इम्यूनिटी को बूस्ट करता है माँ का दूध
स्तनपान केवल माँ के लिए नहीं, बच्चे के लिए भी जीवनभर का सुरक्षा कवच बनता है. डायटीशियन पूजा द्विवेदी कहती हैं कि ब्रेस्ट मिल्क में मौजूद एंटीबॉडीज़ और न्यूट्रिएंट्स बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और उनके संपूर्ण विकास में सहायक होते हैं.

फिगर भी बनता है, सेहत भी सुधरती है
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि स्तनपान से शरीर की सुंदरता बिगड़ जाएगी. लेकिन सच्चाई यह है कि ब्रेस्टफीडिंग से शरीर का फैट बर्न होता है, जिससे वज़न भी नियंत्रित रहता है और बॉडी शेप में भी आती है. डॉ. पूजा द्विवेदी कहती हैं कि जो महिलाएं स्तनपान नहीं करातीं, उनके ब्रेस्ट ग्लैंड्स में सूजन आ सकती है, जो धीरे-धीरे ट्यूमर बन सकता है और फिर कैंसर का रूप ले सकता है.

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ब्रेस्टफीडिंग सिर्फ बच्चा नहीं मां के लिए भी जरूरी, कम होता कैंसर का खतरा

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