यह है जज्बे की जंग… व्हीलचेयर पर बैठ क्रिकेट में मचाते भूचाल, कहानी जानकर हो जाएंगे फैन!

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Mumbai Cricket News: मुंबई के व्हीलचेयर क्रिकेटर राहुल रामुगड़े ने अपनी शारीरिक सीमाओं को कभी अपनी ताकत बनने से रोका नहीं. भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के सदस्य और मुंबई टीम के कप्तान राहुल, अपने संगठन ‘व्हीलचे…और पढ़ें

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व्हीलचेयर

व्हीलचेयर स्पोर्ट्स एसोसिएशन मुंबई के संस्थापक

हाइलाइट्स

  • राहुल रामुगड़े भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं.
  • राहुल मुंबई व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान भी हैं.
  • राहुल ने 24 से अधिक टूर्नामेंट खेले हैं, जिनमें 5 अंतरराष्ट्रीय हैं.

मुंबई. राहुल रामुगड़े मुंबई के रहने वाले हैं. यह एक व्हीलचेयर क्रिकेटर हैं. राहुल रामुगड़े शारीरिक रूप से विकलांग हैं. इनके दोनों पैरों में पोलियो का असर है. पर इनकी कामयाबी और ज़िंदादिली के चर्चे सुनकर आप भी इनके फैन बन जाएंगे. भारत एक ऐसा देश है जहां क्रिकेट के दीवानों की कमी नहीं है. यहां क्रिकेट को धर्म माना जाता है और राहुल भी इससे अलग नहीं हैं.

राहुल बचपन से विकलांग हैं लेकिन उन्होंने अपनी विकलांगता को कभी कमजोरी नहीं माना. उन्होंने इसे कभी क्रिकेट के बीच नहीं आने दिया. वह बचपन में स्केटबोर्ड पर बैठकर क्रिकेट खेला करते थे. नवंबर 2017 से वह भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं. साथ ही मुंबई व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान भी हैं.

व्हीलचेयर खेलों को लेकर बनाया संगठन
राहुल और उनके दोस्तों ने मार्च 2020 में व्हीलचेयर स्पोर्ट्स एसोसिएशन मुंबई की शुरुआत की. इसका उद्देश्य व्हीलचेयर क्रिकेट जैसे खेलों के प्रति जागरूकता फैलाना है. यह एसोसिएशन विकलांग खिलाड़ियों के लिए काम करती है. लोकल 18 से बात करते हुए राहुल रामुगड़े बताते हैं कि हम खिलाड़ियों की प्रैक्टिस, खेल का सामान, यात्रा खर्च और मैच आयोजन में मदद करते हैं.

कई खेलों में हो रहा है प्रतिनिधित्व
व्हीलचेयर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भाग लेते हैं. इनमें व्हीलचेयर क्रिकेट, व्हीलचेयर बास्केटबॉल, व्हीलचेयर हैंडबॉल, व्हीलचेयर रेसिंग, व्हीलचेयर टेनिस, व्हीलचेयर बैडमिंटन, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा स्विमिंग और कई अन्य खेल शामिल हैं. यह खिलाड़ी अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. एसोसिएशन को किसी सरकारी संस्था से कोई मदद नहीं मिलती. इसे फंडिंग स्वैच्छिक दाताओं, एनजीओ और कंपनियों से प्राप्त होती है. राहुल रामुगड़े बताते हैं कि उन्होंने अब तक 24 से भी अधिक टूर्नामेंट खेले हैं. इनमें पांच अंतरराष्ट्रीय और बीस घरेलू टूर्नामेंट शामिल हैं. वह इन प्रतियोगिताओं में अपनी टीम के लिए अनगिनत जीत दर्ज कर चुके हैं.

अब भी संघर्ष में हैं राहुल जैसे खिलाड़ी
बीसीसीआई ने दिसंबर 2021 में एक डिफरेंटली-एबल्ड क्रिकेट कमिटी बनाने की घोषणा की थी. इसका उद्देश्य भारत में विकलांग क्रिकेट को बढ़ावा देना और इसके लिए एक रोडमैप तैयार करना था. इसके बावजूद राहुल जैसे खिलाड़ी व्हीलचेयर क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. राहुल नवंबर 2022 से मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को पत्र लिख रहे हैं. उनका उद्देश्य एमसीए के संविधान के अनुसार मुंबई में भी डिफरेंटली-एबल्ड क्रिकेट कमिटी बनवाना है. लेकिन अभी तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.

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