राहुल गांधी ने अपने भाषण में दो प्रमुख मुद्दों को कांग्रेस की प्राथमिक लड़ाई बताया। पहला, संविधान की रक्षा और दूसरा सामाजिक न्याय की बहाली। उन्होंने कहा, “संसद भवन में मैंने देश से वादा किया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, जातिगत जनगणना संसद से पारित होगी. यह सामाजिक न्याय की दिशा में हमारा संकल्प है।” हमने कह दिया कि हम सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और लोक सभा में जातिगत जनगणना पास करवा के दिखाएंगे। इस पर नरेंद्र मोदी, मोहन भागवत, नितिन गडकरी ने कई बातें कहीं, लेकिन इन पर थोड़ा सा दबाव पड़ा और ये सरेंडर कर गए। BJP-RSS के लोग दबाव में आकर जातिगत जनगणना की बात बोल गए हैं, लेकिन जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहते हैं।