बचाव पक्ष के वकील दारोगा सिंह के मुताबिक, इस मामले में अंसारी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 189 (लोक सेवक को क्षति पहुंचाने की धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास और भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव को बिगाड़ना), 171 एफ (चुनाव में अनुचित प्रभाव डालना) और 506 (आपराधिक धमकी देना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
सिंह के अनुसार, विशेष एमपी-एमएलए अदालत के न्यायाधीश के.पी. सिंह ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शनिवार को अब्बास अंसारी को दोषी ठहराया और धारा 189 तथा 153 ए के तहत दो-दो साल, धारा 506 के तहत एक साल और धारा 171 एफ के तहत 6 महीने कैद की सजा सुनाई। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। अंसारी पर दो हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि विशेष अदालत के इस आदेश को सत्र अदालत में चुनौती दी जाएगी। फिलहाल अब्बास अंसारी को अस्थायी जमानत मिल गई है।