बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में लगातार मासूमों एवं महिलाओं के साथ जघन्य अपराध हो रहे हैं, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. घटना सुनने के बाद आप सभी के आंखों में आंसू आ जाएंगे. बढ़ते मामले के कारण महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
यह है पहला मामला
पहली घटना 10 मई 2025 की बस्ती सदर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां एक गरीब मां अपनी 4 साल की बेटी के साथ सो रही थी. सुबह जब मां की आंख खुली, तो बच्ची गायब थी. खोजबीन शुरू की गई तो वह पास की झाड़ी में खून से लथपथ बेहोश पड़ी मिली. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई. बच्ची की हालत इतनी गंभीर थी कि उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. घटना को सुनते ही बच्ची के पिता की हार्टअटैक से मृत्यु हो गई.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर मूड़घाट के पास मुठभेड़ में आरोपी को गिरफ्तार किया. मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लगी और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. एसपी अभिनंदन ने बताया कि आरोपी नशे का आदी और आपराधिक प्रवृत्ति का है. पुलिस ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
यह है दूसरी घटना
घटना 19 मई को जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सिद्धनाथ की है. यहां एक पांच साल की मासूम बच्ची के साथ जो अपनी दादी को ढूंढने निकली थी और वह रहस्यमई तरीके से लापता हो गई. देर रात तक तलाश के बाद उसका शव उसके घर से 200 मीटर झाड़ियों में मिला. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या से पहले दुष्कर्म और अत्यंत क्रूरता की पुष्टि हुई है. बच्ची के दोनों हाथ मरोड़े गए थे, सिर पर गंभीर चोट थी और गला रस्सी से कसकर हत्या की गई. बच्ची के पिता किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं और परिवार आर्थिक तंगी में है. अब सोचिए क्या बीत रही होगी माता-पिता पर जिनके घर की वह बेटी थी. फिलहाल इस मामले में अभी भी पुलिस के हाथ खाली दिख रहे है.
तीसरी घटना यह है
मामला 20 मई को थाना पुरानी बस्ती पांडेय बाजार का है, जहां खंडहर मकान के पास एक महिला का अधजला शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. स्थानीय लोगों को आशंका थी कि हत्या के बाद शव को जलाया गया और यही सही निकला. हत्या कर शव को जलाने वाला अभियुक्त 21 मई को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्त एसबीआई पांडेय बाजार में साफ-सफाई का काम करता है. उसने पूछताछ में बताया कि वह गौशाला में काम करने वाली राधिका से एकतरफा प्रेम करता था और कई दिनों से उसका पीछा करता आ रहा है. अभियुक्त ने राधिका से शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की, लेकिन राधिका ने इसका विरोध किया और शादी की बात कहती थी. अभियुक्त ने स्वीकार किया कि 20 मई 2025 को सुबह करीब 6 बजे, जब वह साफ-सफाई के लिए बैंक के बाहर था, उसने राधिका को खंडहर की ओर जाते देखा. वह तुरंत उसके पीछे गया. राधिका शौच के लिए बैठी थी, तभी अभियुक्त ने उसे पकड़ लिया और जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की.
विरोध करने पर उसने राधिका का गला दबा दिया और ईंट से उसके सिर पर कई बार वार किया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सबूत मिटाने के इरादे से अभियुक्त ने शव को खंडहर में एक गहरे हिस्से में खींचकर डाला और आसपास पड़ी लकड़ियों व पीपल के पत्तों से ढक दिया. इसके बाद वह पांडेय बाजार गया, एक दुकान से माचिस खरीदी, और वापस आकर शव को आग लगा दी.
असुरक्षित महसूस कर रही महिलाएं
दुष्कर्म के बढ़ते मामले को लेकर जब महिला से बातचीत की गई तो महिला जिसका नाम सरिता भारती है वह योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहती है क्या यही रामराज्य है, जिसमें बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है. गुंडे मवाली खुलेआम घूम रहे हैं. प्रशासन इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. महिलाएं बताती हैं कि वह जनपद में दुष्कर्म के बढ़ते मामले को देखकर खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. वह कह रहीं की उन्हें घर से निकलने में भी डर लग रहा है. वह बताती हैं कि जब शहर के बीचों बीच जहां हर वक्त पुलिस चलती रही है वहां जब बच्चियां सुरक्षित नहीं तो ग्रामीण क्षेत्रों के बारे में क्या कहना.
महिलाएं प्रशासन से मांग कर रही की महिला सुरक्षा को लेकर प्रशासन ठोस कदम उठाएं, जिससे महिलाएं बेखौफ घर से बाहर निकल सके. वे प्रशासन से यह भी मांग कर रहीं की पकड़े गए आरोपियों के सीने में गोली मारे. वहीं जब दूसरी महिला से बातचीत की गई जो कि पंचायत सहायक के पद पर कार्यरत है उसने कहा कि पहले हम सब बेखौफ घर से निकलकर काम करते थे लेकिन बढ़ते मामले को देखकर अब घर से बाहर निकलने में बहुत डर लगता है. खुद को वह अब असुरक्षित महसूस कर रही है वह भी प्रशासन से मांग कर रही प्रशासन महिला सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए.